आरएसएस की तुलना अलकायदा से करना ‘घृणित सोच’ का परिचायक : आयुष मंत्री
आरएसएस की तुलना अलकायदा से करना ‘घृणित सोच’ का परिचायक : आयुष मंत्री
बलिया (उप्र), 30 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना आतंकवादी संगठन ‘अलकायदा’ से करने को ‘‘घृणित सोच’’ का परिचायक बताते हुए इसकी निंदा की है।
मिश्र ने सोमवार रात एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में टैगोर द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना अलकायदा से किये जाने संबंधी एक सवाल पर कहा कि यह बयान कांग्रेस नेता की ‘‘घृणित सोच’’ को दिखाता है।
उन्होंने इसकी कड़ी निंदा और भर्त्सना करते हुए नसीहत दी की टैगोर को अतीत में झांकना चाहिए कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश के लिए किस तरह से अपना सब कुछ न्यौछावर करने वालों और अपना सम्पूर्ण जीवन मां भारती की सेवा के लिए समर्पित करने वालों का संगठन है।
मिश्र ने कहा कि संघ के लोग दिन-रात भारत और मां भारती की चिंता करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘टैगोर का यह बयान उनकी पार्टी की हताशा है। कांग्रेस सत्ता लोलुप लोगों का संगठन है। सत्ता के लिए तड़प रहे लोगों के इस तरह के बयान आते हैं।’’
टैगोर ने हाल में कहा था कि आरएसएस “नफरत पर आधारित एक संगठन” है और अलकायदा की तरह है।
मिश्र ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा संघ की कथित तौर पर तारीफ किए जाने पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर किसी का हृदय परिवर्तन होता है तो यह अच्छी बात है, सच्चाई से कोई भी इनकार नहीं कर सकता।
मंत्री मिश्र ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के स्वयं को धर्मनिरपेक्ष बताने वाले बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ममता बनर्जी बड़ी नेता हैं और देश उनकी कार्यशैली को बड़े गौर से देख रहा है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल का जिस तरह का वातावरण है, वह निश्चित रूप से देश के लोगों को अखर रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘वहां अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा दिया जा रहा है। वोट बैंक के चलते घुसपैठियों को नागरिक और मतदाता बनाने की साजिश की गई है, आने वाले दिनों में यह सच्चाई बेनकाब होगी। पश्चिम बंगाल पर देश के लोग बड़ा फैसला करने जा रहे हैं।’’
उन्होंने बलात्कार के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मिली उम्रकैद की सजा को निलंबित करने के दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्णय पर उच्चतम न्यायालय द्वारा रोक लगाने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कानून अपना काम करता है और उसका हर निर्णय मान्य है।
भाषा सं सलीम शोभना अमित
अमित

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