बलिया में गंगा-सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या लगातार बढ़ रही

बलिया में गंगा-सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या लगातार बढ़ रही

बलिया में गंगा-सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या लगातार बढ़ रही
Modified Date: August 9, 2025 / 04:23 pm IST
Published Date: August 9, 2025 4:23 pm IST

बलिया (उप्र), नौ अगस्त (भाषा) बलिया जिले में सरयू और गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिला प्रशासन के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी द्वारा शनिवार सुबह आठ बजे उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, सरयू नदी तुर्तीपार में खतरे के निशान 64.01 मीटर से 46 सेमी ऊपर और चांदपुर में खतरे के निशान से 61 सेमी ऊपर बह रही है।

इन आंकड़ों के अनुसार, गायघाट में गंगा नदी का जलस्तर 59.66 मीटर था, जो खतरे के निशान 57.61 मीटर से 2.05 मीटर ऊपर है।

जिला प्रशासन ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ से अब तक बलिया जिले की बलिया सदर और बैरिया तहसीलें मुख्य रूप से प्रभावित हुई हैं।

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प्रशासन ने कहा कि सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से बांसडीह तहसील क्षेत्र प्रभावित हुआ है और बैरिया तहसील क्षेत्र के कुछ गांव भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।

बैरिया के उपजिलाधिकारी आलोक प्रताप सिंह ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बैरिया तहसील क्षेत्र के कुल 18 राजस्व गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 14 गांव गंगा नदी से और चार गांव सरयू नदी से प्रभावित हैं।

लगभग 37,000 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। लोगों के आवागमन के लिए 142 सरकारी नावें लगाई गई हैं। इसके अलावा निजी नावें भी तैनात हैं।

बलिया सदर तहसील के नायब तहसीलदार प्रदीप कुमार ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बलिया सदर तहसील क्षेत्र के कुल 163 राजस्व गांव प्रभावित हुए हैं तथा कुल 30 घर ढह गए हैं। उन्होंने कहा कि 317 नावों को बचाव कार्य में लगाया गया है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बाढ़ के कारण जिले के कुल 81 सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिए गए हैं।

भाषा सं जफर पवनेश संतोष

संतोष


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