धरने पर बैठे महन्त : राज्य मंत्री पर लगाया मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा करने का आरोप

धरने पर बैठे महन्त : राज्य मंत्री पर लगाया मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा करने का आरोप

धरने पर बैठे महन्त : राज्य मंत्री पर लगाया मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा करने का आरोप
Modified Date: August 19, 2025 / 09:00 pm IST
Published Date: August 19, 2025 9:00 pm IST

देवरिया (उप्र), 19 अगस्त (भाषा) देवरिया में स्थित एक हनुमान मंदिर के महन्त ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर मंदिर की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया।

राज्य मंत्री ने खुद पर लगाये जा रहे आरोपों को गलत बताते हुए इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया है।

हनुमान मंदिर के महन्त राजेश नारायण दास ने मंदिर के सामने धरना देते हुए संवाददाताओं से बातचीत में प्रदेश की ग्राम्य विकास राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर मंदिर के पश्चिमी हिस्से की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप लगाया।

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उन्होंने कहा कि राज्य मंत्री ने जमीन का फर्जी बैनामा कराया है। उसका राजस्व रिकॉर्ड में दाखिल-खारिज भी नहीं हुआ है।

महन्त ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करते हुए कहा कि उनके राज्य में एक मंदिर की भूमि ‘लूटी’ जा रही है।

उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि मंदिर के भूमि विवाद को समाप्त कराने के लिये वह गोरखपुर या लखनऊ से एक टीम भेजकर मामले की जांच कराकर मंदिर की भूमि बचायें।

महन्त ने कहा कि वह इसके लिए जिला प्रशासन से फरियाद कर चुके हैं, मगर राज्य मंत्री के दबाव में वह कुछ नहीं कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा नहीं हटा तो वह इसके खिलाफ अनशन करने को बाध्य होंगे।

महन्त के प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर संयुक्त जिलाधिकारी श्रुति शर्मा तथा सदर पुलिस क्षेत्राधिकारी संजय रेड्डी मौके पर पहुंचे। शर्मा ने महन्त को मनाया तथा इस मामले का समाधान कराने का आश्वासन देने पर महन्त ने अपना धरना स्थगित कर दिया।

महन्त का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला तो वह एक बार फिर मंदिर की भूमि बचाने के धरना देने को बाध्य होंगे।

इस सम्बन्ध में राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।”

उन्होंने कहा, ”हमारी आराजी (भूखंड) नम्बर 2904 है जिसमें कल सुरक्षा को देखते हुए गेट लगवाया गया था। इसके पहले करीब दो तीन माह पूर्व जिला प्रशासन ने जमीन की पैमाइश करायी थी और उस पैमाइश में मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण की कोई बात सामने नहीं आई थी।”

गौतम ने कहा, ”इस समय भी जिला प्रशासन द्वारा जमीन की वृहद पैमाने पर पैमाइश कराई जा रही है। हमारे द्वारा कहीं से भी मंदिर की भूमि कब्जा करने की बात नहीं है। हमारी छवि को धूमिल किया जा रहा है।”

भाषा सं. सलीम नोमान

नोमान


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