मायावती ने आरक्षण पर ‘छलावापूर्ण’ रवैये को लेकर कांग्रेस की आलोचना की

मायावती ने आरक्षण पर 'छलावापूर्ण’ रवैये को लेकर कांग्रेस की आलोचना की

मायावती ने आरक्षण पर ‘छलावापूर्ण’ रवैये को लेकर कांग्रेस की आलोचना की
Modified Date: April 9, 2025 / 08:38 pm IST
Published Date: April 9, 2025 8:38 pm IST

लखनऊ, नौ अप्रैल (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर दलितों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण लागू करने के मुद्दे पर ‘छलावापूर्ण’ रवैया अपनाने का आरोप लगाया।

मायावती ने ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा,”कांग्रेस पार्टी के अहमदाबाद अधिवेशन में ख़ासकर भाजपा के ’छद्म राष्ट्रवाद’ व दलित एवं पिछड़े बहुजन-हित आदि को लेकर प्रस्ताव छलावा व अविश्वसनीयता से ग्रस्त। इन वर्गों के आरक्षण व अन्य कल्याणकारी संवैधानिक गारण्टियों को लागू करने के मामले में कांग्रेस का रवैया हमेशा छलावापूर्ण।”

उन्होंने कहा,”बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर द्वारा ओबीसी समाज को अनुच्छेद 340 के जरिए आरक्षण देने व उसे लागू न करने पर कानून मंत्री पद से इस्तीफा व फिर मण्डल कमीशन की रिपोर्ट के तहत इन्हें आरक्षण दिलाने में बसपा की अहम भूमिका जग जाहिर है जबकि कांग्रेस, भाजपा का आरक्षण-विरोधी रवैया सर्वविदित।”

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बसपा प्रमुख ने कहा कि वास्तव में बाबा साहेब को भारतरत्न से सम्मानित करने से लेकर उनके करोड़ों अनुयाइयों के प्रति कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व समाजवादी पार्टी (सपा) आदि का रवैया हमेशा ही जातिवादी व बहुजन-विरोधी रहा, जिससे मुक्ति के लिए ही बसपा का गठन हुआ, मगर अब इन वर्गों के वोटों की खातिर छल व छलावा की राजनीति की जा रही है।

वहीं, अलग पोस्ट में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभाओं द्वारा पारित विधेयकों पर कार्रवाई करने के लिए राज्यपालों के लिए समयसीमा तय करने के शीर्ष अदालत के मंगलवार के फैसले का स्वागत किया।

मायावती ने कहा,”साथ ही, उच्चतम न्यायालय द्वारा राज्यपालों की मनमानी व राजभवनों के राजनीतिक द्वेषपूर्ण भूमिका पर अंकुश लगाने वाले कल दिए गए चर्चित फैसले का स्वागत। उम्मीद है कि बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर के मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान एवं देश के लोकतंत्र को इससे ज़रूर मजबूती मिलेगी।”

भाषा जफर नोमान

नोमान


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