अलीगढ़ में भीड़ का हमला निंदनीय, उप्र में गुंडों को उत्पात मचाने की खुली छूट है: आजाद

अलीगढ़ में भीड़ का हमला निंदनीय, उप्र में गुंडों को उत्पात मचाने की खुली छूट है: आजाद

अलीगढ़ में भीड़ का हमला निंदनीय, उप्र में गुंडों को उत्पात मचाने की खुली छूट है: आजाद
Modified Date: May 26, 2025 / 06:08 pm IST
Published Date: May 26, 2025 6:08 pm IST

अलीगढ़ (उप्र), 25 मई (भाषा) आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने गत शनिवार को अलीगढ़ में मांस व्यापारी और उसके साथियों पर भीड़ द्वारा हमला किये जाने की कथित घटना की कड़ी निंदा करते हुए सोमवार को कहा कि उप्र में गुंडों को उत्पात मचाने की खुली छूट है।

उन्होंने कहा कि यह घटना इस बात को साबित करती है कि उत्तर प्रदेश में अराजक भीड़ को उत्पात मचाने की खुली छूटी है।

आजाद ने घटना में घायल लोगों से अस्पताल में पहुंचकर मुलाकात की। इस दौरान संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले शनिवार को मांस व्यापारी के वाहन पर भीड़ द्वारा किया गया हमला दिखाता है कि किस तरह भीड़ को उत्तर प्रदेश में उत्पात मचाने की खुली छूट है।

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आजाद ने कहा, ”परेशान करने वाली बात यह है कि हमला पुलिस दल के सामने हुआ। पुलिस असहाय होकर पूरी घटना को होते देखती रही, वह भी तब जब मांस व्यापारी ने माल के वैध होने के सभी दस्तावेज पेश किये थे।”

आजाद ने कहा कि राज्य में कमजोर वर्गों, खासकर दलितों और अल्पसंख्यकों पर इस तरह के हमले बढ़ रहे हैं और गुंडे-बदमाशों को खुली छूट है।

उन्होंने कहा, ”अगर कोई कानून तोड़ता है तो उसे कानून के हाथों समुचित सजा मिलनी चाहिए चाहे वह कोई भी हो। कोई भी व्यक्ति या समूह कानून को अपने हाथ में नहीं ले सकता।”

आजाद ने कहा कि अगर प्रदेश में अराजकता की मौजूदा स्थिति बेरोक-टोक जारी रही तो इससे राज्य में पूरी कानून-व्यवस्था चरमरा जाएगी।

उन्होंने कहा कि वह इन मुद्दों को संसद में उठाएंगे और अगर जल्द ही स्थिति में सुधार नहीं किया गया तो आंदोलन करने से भी नहीं हिचकिचाएंगे।

अलीगढ़ में गत शनिवार को पनैठी के पास अलहदादपुर में अराजक तत्वों की भीड़ ने प्रतिबंधित मवेशियों का मांस ले जाने का आरोप लगाते हुए एक व्यवसायी और उसके तीन साथियों को पकड़ लिया था। आरोप है कि भीड़ ने व्यवसायी और उसके तीनों साथियों की बर्बर तरीके से पिटाई की और उनके वाहन में आग लगा दी।

भाषा सं. सलीम संतोष

संतोष


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