Mukhtar Ansari Crime Story: ऐसी थी माफिया मुख्तार अंसारी की कहानी, विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के लिए चलवाई थी 500 राउंड गोलियां, थर्रा गया था पूर्वांचल
विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के लिए चलवाई थी 500 राउंड गोलियांः Mukhtar Ansari Crime Story: 500 rounds were fired at MLA
Mukhtar Ansari Death News
लखनऊः Mukhtar Ansari Crime Story जेल में बंद पूर्व विधायक व बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की गुरुवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी ने दम तोड़ दिया। पेट में गैस व यूरिन इन्फेक्शन की शिकायत के कारण दो दिन पहले भी पूर्व सांसद को मेडिकल कॉलेज अस्पताल जे जाया गया था। मौत की खबर के बाद मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी बांदा के लिए रवाना हो गए हैं। इसके साथ ही मुख्तार के बड़े बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निखत भी बांदा के लिए निकल गई है। वहीं अफजाल अंसारी कुछ देर पहले गाजीपुर से बांदा के लिए रवाना हुए हैं।
Mukhtar Ansari Crime Story भाजपा के टिकट पर 2002 के विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के प्रभाव वाली मोहम्दाबाद सीट पर अफजाल को मात देने वाले कृष्णानंद राय कद्दावर नेता थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश में उन्होंने पहली बार अंसारी बंधुओं को सियासी अखाड़े में ऐसी चुनौती दी थी जिससे उन्हें अपना राजनीतिक वजूद खतरे में पड़ता नज़र आया था। लेकिन किसे मालूम था कि यह चुनावी रंजिश कृष्णानंद राय की निर्मम हत्या की वजह बन जाएगी। मुख्तार अंसारी गैंग ने 29 नवम्बर 2005 को करीब 500 राउंड गोलियां बरसाकर भाजपा विधायक कृष्णांनद राय समेत 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस सनसनीखेज हत्याकांड से पूरा पूर्वांचल थर्रा गया था। हत्याकांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह (वर्तमान रक्षा मंत्री) वाराणसी में धरने पर बैठ गए थे। कृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख्तार के गुर्गे मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में उसी समय खुलासा किया था कि मोहम्दाबाद सीट से कृष्णानंद की जीत मुख्तार और अफजाल को खुली चुनौती जैसी लगी और इसी के परिणाम स्वरूप भाजपा विधायक कृष्णानंद राय और उनके सहयोगियों को जान गंवानी पड़ी थी। इस हत्या का आरोप सीधे तौर पर मुख्तार अंसारी पर लगा था।
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महंगी गाड़ियों का शौक
मुख्तार जब गैंगस्टर से विधायक बना तो गाड़ियों का यह शौक उसके साथ काफिले की शक्ल में भी दिखने लगा। बदलते दौर के साथ मुख्तार के मारुति जिप्सी के अलावा टाटा सफारी, फोर्ड एंडेवर, पजेरो स्पोर्ट, ऑडी, BMW जैसी गाड़ियों का कलेक्शन खूब रहा। 80 और 90 के दशक में जब मुख्तार के भाई अफजाल विधायक हो चुके थे, तब क्रिकेट खिलाड़ी मुख्तार अंसारी को बुलेट मोटर साइकिल, एंबेसडर कार और जीप से शिकार खेलने का शौक था।

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