Online Attendance in Schools : एक जुलाई से स्कूलों में लगेगी ऑनलाइन हाजिरी, शिक्षक समेत सभी कर्मचारी और छात्रों पर भी लागू होगा नियम ..देखें

Online attendance in schools : मिली जानकारी के अनुसार विशेष रूप से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अब शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करनी होगी।

online attendance, image source: Worksy

Modified Date: June 28, 2025 / 03:52 PM IST
Published Date: June 28, 2025 3:11 pm IST
HIGHLIGHTS
  • शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति ऑनलाइन
  • निजी विद्यालयों में फर्जी प्रवेश पर रोक लगेगी
  • शिक्षकों और कर्मचारियों की जवाबदेही भी इसके माध्यम से होगी तय

लखनऊ: Online attendance in schools , उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानि यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में एक जुलाई से ऑनलाइन हाजिरी लगेगी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। मिली जानकारी के अनुसार विशेष रूप से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अब शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करनी होगी।

आपको बता दें कि अभी तक यह व्यवस्था बाध्यकारी यानि अनिवार्य नहीं थी। जिसकी वजह से कई विद्यार्थियों द्वारा प्रवेश लेने के बावजूद स्कूल न आने की शिकायतें मिलती रही हैं। अब इस नई व्यवस्था से गैरहाजिर विद्यार्थियों की पहचान आसानी से की जा सकेगी। इसके लिए कार्य करने वाली संस्था चुनाव हो गया है।। 23 जून को यूपी बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज में इसका प्रजेंटेशन किया गया है। जिसमें ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने की प्रक्रिया विस्तार से बताई जाएगी।

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सरकार और विषय विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई तकनीक से शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी और विद्यार्थियों की विद्यालय में उपस्थिति बढ़ेगी। फर्जी प्रवेश और घोस्ट स्टूडेंट की समस्या रुकेगी। सरकार को वास्तविक नामांकन और उपस्थिति का सही आंकड़ा मिलेगा, जिससे योजनाएं बेहतर तरीके से बन सकेंगी। शिक्षकों और कर्मचारियों की जवाबदेही भी इसके माध्यम से तय की जाएगी। इसके अलावा निजी स्कूलों में अनियमितताओं पर नियंत्रण करना भी सरल हो जाएगा।

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बोर्ड के सचिव भगवती सिंह के अनुसार परीक्षण के बाद विस्तृत कार्ययोजना सभी स्कूलों को भेजी जाएगी, ताकि इसे लागू करने में किसी को कठिनाई न हो। इससे उपस्थिति की पारदर्शिता बढ़ेगी और स्कूलों में अनुशासन भी सुनिश्चित हो सकेगा।

उधर, उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आनलाइन हाजिरी अनिवार्य करने से विशेष रूप से निजी विद्यालयों में फर्जी प्रवेश पर रोक लगेगी और पढ़ाई का माहौल भी अच्छा हो सकेगा।

 

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लेखक के बारे में

लेखक डॉ.अनिल शुक्ला वर्ष 2019 से छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में सीनियर एसोसिएट प्रोड्यूसर और शिफ्ट इंचार्ज हैं। वर्ष 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय, चित्रकूट, सतना, मध्यप्रदेश से पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। इसके पहले महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा, महाराष्ट्र से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़ से एम.एससी इन इलेक्ट्रानिक मीडिया (M.sc EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान पर आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इनके अलावा गुरूघासीदास विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। लेखक ने पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एण्ड मासकम्यूनिकेशन (PGDJMC) और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन रूरल डेवलेपमेंट (PGDRD) विषय में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। लेखक ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता निभाया है। तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। लेखक को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है।