उप्र में खाली हाथ रहेगा विपक्ष : राजभर |

उप्र में खाली हाथ रहेगा विपक्ष : राजभर

उप्र में खाली हाथ रहेगा विपक्ष : राजभर

:   Modified Date:  July 19, 2023 / 10:03 PM IST, Published Date : July 19, 2023/10:03 pm IST

लखनऊ, 19 जुलाई (भाषा) सत्‍तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में हाल ही में शामिल हुए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्‍यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को दावा किया कि उत्‍तर प्रदेश में विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ को 20 प्रतिशत और राजग को 80 फीसद वोट मिलेंगे और विपक्ष को खाली हाथ रहना पड़ेगा।

राजभर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में यह भी दावा किया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव 2024 नहीं, बल्कि 2027 के उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।

उन्‍होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश में विपक्ष को 10-20 फसदी वोट मिलेगा। बाकी 80 फीसदी राजग को मिल जाएगा। ऐसे में सभी 80 सीटें राजग जीतेगा।”

राजभर ने अखिलेश पर हमला करते हुए कहा, ”अखिलेश यादव यह जानते हैं कि वह देश के प्रधानमंत्री बन नहीं सकते हैं। जब वह 2022 का विधानसभा चुनाव हारे तो हमसे कहा कि अच्छा हुआ हम हार गए नहीं तो हमने जितनी घोषणाएं की थीं, वे पूरी नहीं कर पाते, तो फिर हम कहां मुंह दिखाते। जब 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी की बात कही गई तो उन्होंने खुद कहा था कि देश में प्रधानमंत्री तो (नरेन्द्र मोदी) मोदी जी को ही बनना है। हम लोग तो 2027 (के विधानसभा चुनाव) की तैयारी करें। जो लोग 2027 के लिए घूम रहे हैं, वे 27 के लिए ही काम कर रहे हैं, 2024 के लिए नहीं।”

राजभर की पार्टी सुभासपा गत 16 जुलाई को राजग में शामिल हो गयी। सुभासपा ने 2022 का विधानसभा चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ा था और छह सीटें जीती थीं, लेकिन सपा गठबंधन को अपेक्षित परिणाम नहीं मिलने के बाद राजभर उससे अलग हो गये थे। राजभर ने 2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन करके लड़ा था। उन्‍हें प्रदेश सरकार में मंत्री भी बनाया गया था लेकिन मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से तल्‍खी के चलते 2019 में वह सरकार से अलग हो गये थे।

अखिलेश यादव के पिछड़े दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) के फार्मूले के बारे में पूछे जाने पर राजभर ने कहा, ”पीडीए तो खत्म। पीडीए को हम खुद ही पी गए हैं। जब देश के प्रधानमंत्री पिछड़े वर्ग के हैं तो अगड़ा कहां बचा? जहां तक दलितों का सवाल है तो समाजवादी पार्टी ने पदोन्नति में आरक्षण खत्म किया। अब कौन दलित उन्‍हें वोट देगा। अब अल्पसंख्यक पर आते हैं। सपा चार बार सरकार में रही लेकिन किसी साईं, फकीर, दर्जी, सैयद, शेख या पठान बिरादरी के किसी व्यक्ति को एक बार भी मुख्यमंत्री नहीं बनाया, उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया, सिपाही या दारोगा नहीं बनाया। भाजपा की राशन, शौचालय और आवास की योजनाओं का सबसे ज्यादा फायदा मुसलमानों को ही मिला है।”

राजभर ने राजग की बैठक के बारे में पूछे जाने पर कहा कि बैठक में उन्‍हें पिछड़े, दलित, वंचित और शोषित वर्गों की समस्याओं को देश के प्रधानमंत्री के सामने रखने का पहली बार मौका मिला। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इन को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।

भाषा अदीब सलीम अर्पणा

अर्पणा

 

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