शाहजहांपुर (उप्र) 17 अप्रैल (भाषा) शाहजहांपुर के जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित जांच दल ने स्वास्थ्य विभाग में कथित तौर पर करोड़ों रुपये का घोटाला पकड़ा है जिसकी जांच के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में घोटाले की शिकायत पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अपराजिता सिंह सिनसिनवार से जांच कराई तो घोटाले की पुष्टि हुई जिसके बाद विस्तृत जांच के लिए सीडीओ के नेतृत्व में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) समेत चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई।
उन्होंने बताया कि दो पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी और एक कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधिकारी समेत आठ लोगों के खिलाफ जांच कराने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है।
सीडीओ अपराजिता सिंह सिनसिनवार ने बताया, ‘‘बाजार में औसतन 100 रुपये में मिलने वाले स्टेथोस्कोप के डिब्बे पर 350 रुपये मूल्य छपा था जिसे 1500 रुपये में खरीदा गया और भंडार गृह में हजारों की तादाद में स्टेथोस्कोप पड़े मिले। इसके अलावा 86 उपकेंद्र केवल कागजों में ही थे।’’
सिनसिनवार ने बताया कि उन्होंने अब तक 12 फाइल का ही परीक्षण किया है जिसमें कई करोड़ रुपये का घोटाला प्रकाश में आया है।
उन्होंने बताया कि ददरौल और पुराने जिला अस्पताल के उन नौ भंडार गृहों को सील कर दिया गया है जिनमें अनावश्यक उपकरण मिले। उन्होंने बताया कि उपकरणों का प्रयोग नहीं किया गया और उन्हें आवश्यकता से कई गुना ज्यादा संख्या में खरीदा गया।
भाषा सं राजेंद्र खारी
खारी
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