जेहाद की बात करने वालों को शर्म आनी चाहिए : योगी

जेहाद की बात करने वालों को शर्म आनी चाहिए : योगी

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  • Publish Date - May 4, 2024 / 07:38 PM IST,
    Updated On - May 4, 2024 / 07:38 PM IST

फर्रुखाबाद (उप्र) चार मई (भाषा) उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि जेहाद की बात करने वालों को शर्म आनी चाहिए, इनके आकाओं ने पहले देश का बंटवारा किया था और आज यह लोग जेहाद की बात करके लोकतंत्र को कलंकित कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने फर्रुखाबाद से सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी मुकेश राजपूत के समर्थन में शनिवार को यहां आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए इशारों में विपक्षी दलों खासतौर से कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद पर जमकर निशाना साधा।

पिछले दिनों सलमान खुर्शीद की मौजूदगी में उनकी भतीजी और सपा नेता मारिया आलम ने यहां कायमगंज में सपा उम्‍मीदवार नवल किशोर शाक्य के समर्थन में आयोजित जनसभा में भाजपा को हराने के लिए ”वोट जेहाद” का नारा दिया था।

भाजपा ने इस मामले को लेकर खुर्शीद और मारिया आलम की कड़ी आलोचना की है।

भाजपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने चेताया, ”जेहाद से प्यार है तो भूखे मरने वाले भिखमंगे पाकिस्तान के पास जाइए, जो दो जून रोटी के लिए तरस रहा है।”

सपा, कांग्रेस व बसपा पर हमलावर मुख्यमंत्री ने कहा कि ”जिन लोगों ने गरीबों के हकों पर डकैती डाली और दिव्यांगों को भी नहीं छेड़ा, ऐसे लोगों को जेहाद की बात याद आने लगी है। वे जान लें कि भारत की धरती राम-कृष्ण की है, जेहाद की नहीं।”

योगी ने कहा, ”आपने 2014 के पहले और बाद का भारत देखा है। 2014 के पहले का भारत दुनिया में विश्वास खो चुका था। आतंकवाद व नक्सलवाद से त्रस्त था। गरीबों को शासन की योजनाएं नहीं मिल पाती थीं। यह अराजकता वे लोग करते थे, जिन्हें भारत के लोकतंत्र पर विश्वास नहीं था और जिन्हें विश्वास था वे ’एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के साथ जुड़कर देश को मजबूत बनाने के लिए आगे बढ़ते थे। जिन्हें भारत की प्रगति अच्छी नहीं लगती थी, वे हर योजना में भ्रष्टाचार करते थे।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस कहती थी कि राम हुए ही नहीं, सपा वाले कहते थे कि अयोध्या में परिंदा पर नहीं मार सकता, लेकिन आज वहां लाखों लोग दर्शन कर रहे हैं। उप्र में कर्फ्यू और दंगा मुक्त वातावरण है।

भाषा सं आनन्द रंजन

रंजन