जनता की समस्याओं का तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करें : योगी आदित्यनाथ

जनता की समस्याओं का तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करें : योगी आदित्यनाथ

जनता की समस्याओं का तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करें : योगी आदित्यनाथ
Modified Date: January 21, 2025 / 02:10 pm IST
Published Date: January 21, 2025 2:10 pm IST

गोरखपुर, 21 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को यहां जनता दर्शन में पहुंचे लोगों की समस्याएं सुनीं और त्वरित तथा संतुष्टिपरक समाधान का भरोसा दिया।

मुख्यमंत्री योगी ने जनता दर्शन में आए लोगों को आश्वस्त किया कि किसी के साथ अन्याय नहीं दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि हर पीड़ित की समस्या पर तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करें और इसमें हीलाहवाली अक्षम्य होगी।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, गोरखनाथ मंदिर के प्रवास के दौरान मंगलवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में करीब 100 लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। सबके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ लोगों को उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

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प्रतिकूल मौसम को देखते हुए जनता दर्शन का आयोजन मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में किया गया। यहां कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे और एक-एक फरियादी से मिले।

जनता दर्शन में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इलाज से जुड़ी ‘इस्टीमेट’ की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन को उपलब्ध कराया जाए।

बयान के अनुसार, राजस्व और पुलिस से जुड़े मामलों को उन्होंने पूरी पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ निस्तारित करने का निर्देश देते हुए कहा कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होना चाहिए।

गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या परंपरागत रही। मंगलवार को प्रातःकाल गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने, अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि स्थल पर शीश नवाने के बाद वह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए गोशाला पहुंचे।

गौशाला में उन्होंने कुछ समय बिताया, गोसेवा की, गोवंश को दुलारने के बाद उन्हें गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए।

भाषा आनन्द मनीषा

मनीषा


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