मथुरा (उप्र), 10 दिसम्बर (भाषा) वृन्दावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले देश—विदेश के श्रद्धालुओं की सुविधा एवं उनकी सुरक्षा के आलोक में अपेक्षित बदलाव करने के उद्देश्य से बुधवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नयी दिल्ली एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के संयुक्त विशेषज्ञ दल ने मंदिर का निरीक्षण किया।
उच्चतम न्यायालय द्वारा मंदिर के प्रबंधन एवं व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए गठित की गई उच्चाधिकार प्राप्त समिति के सदस्य एवं मंदिर के सेवायतों में से एक दिनेश गोस्वामी ने बताया कि समिति के निर्णय के अनुसार बुधवार को उक्त संस्थाओं के विशेषज्ञों ने जरूरी बदलाव के संबंध में हालात का निरीक्षण किया है।
उन्होंने बताया कि जल्द ही वे इस संबंध में अपनी रिपोर्ट भी समिति को सौंप देंगे।
गोस्वामी ने बताया कि समिति नववर्ष शुरू होने से पहले ही इस अवसर पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा एवं भीड़ के दबाव से बचने के लिए सुगम तथा सुरक्षित तरीका अपनाना चाहती है।
उन्होंने बताया कि इसके लिये अब दर्शनार्थियों को कतारबद्ध कर रेलिंग के बीच से ठाकुरजी के दर्शन के लिये प्रवेश कराया जाएगा, जिससे वे चलते—चलते दर्शन कर निकास द्वार तक पहुंच जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इसीलिए इस प्रकार के बदलाव के मद्देनजर यह सर्वेक्षण कार्य कराया गया है।
रुड़की के विशेषज्ञों ने अपने हिसाब से स्थिति को पूरी तरह परख लिया है। वहीं, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण अधिकारी मंदिर के अन्य भाग को मजबूती प्रदान करने वाले कार्य कराएंगे।
भाषा सं जफर रंजन
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