झांसी (उप्र), 14 अप्रैल (भाषा) जनसुनवाई ‘पोर्टल’ पर गलत रिपोर्ट देने को लेकर एक थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
यहां बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की प्रशासनिक अधिकारी डॉ. पुष्पा गौतम ने 23 मार्च को अपने कुछ विभागीय कर्मियों के खिलाफ उत्पीड़न संबंधी शिकायत ‘आइजीआरएस पोर्टल’ पर की थी जिसकी जांच के संबंध में चौकी प्रभारी को निर्देश दिया गया था।
लेकिन चौकी प्रभारी ए के दीक्षित ने जांच के नाम पर खानापूर्ति करते हुए इसे विश्वविद्यालय का आंतरिक मामला बता दिया और छह अप्रैल को शिकायत का निस्तारण अपलोड कर दिया।
इतना ही नहीं निस्तारित किए गए दस्तावेजों में डॉ. गौतम के स्थान पर किसी अन्य महिला की तस्वीर भी पोर्टल पर डाल दी थी।
यह जानकारी होने पर जब डॉक्टर गौतम ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की तब मामला स्पष्ट हुआ कि जांच में लापरवाही की गयी है।
इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधा सिंह ने बताया कि जनसुनवाई पोर्टल, समस्या समाधान के लिए एक सशक्त और गंभीर माध्यम है तथा इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोषी पाये गये नवाबाद के थाना प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह समेत चौकी प्रभारी एवं पोर्टल की एक महिला पुलिसकर्मी को भी निलंबित कर दिया गया है और इनके खिलाफ आगे भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
भाषा सं राजेंद्र
राजकुमार
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