मृत युवक के अंगों से मिली तीन मरीजों को नई जिंदगी |

मृत युवक के अंगों से मिली तीन मरीजों को नई जिंदगी

मृत युवक के अंगों से मिली तीन मरीजों को नई जिंदगी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : May 11, 2022/10:32 pm IST

लखनऊ, 11 मई (भाषा) राजधानी लखनऊ में एक सड़क हादसे में मारे गए 21 वर्षीय युवक के अंगदान के कारण गंभीर बीमारियों से जूझ रहे तीन लोगों को नई जिंदगी मिली। प्रत्यारोपण के लिए निकाले गए उन अंगों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बुधवार को ‘ग्रीन कॉरिडोर’ बनाया गया।

अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर मयंक सोमानी ने बताया, ‘पिछले दिनों एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 21 साल के एक युवक को हमारे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। उसके परिजन की रजामंदी से यह तय किया गया कि उसके शरीर के कुछ अंगों को अन्य मरीजों में प्रत्यारोपण के लिए निकाल लिया जाए।’

उन्होंने बताया कि युवक के दोनों गुर्दे, लिवर और कॉर्निया को निकाला गया। उनमें से कुछ अंगों को अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल से संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) तक पहुंचाने के लिए करीब 11 किलोमीटर का एक विशेष ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।

ग्रीन कॉरिडोर एक विशेष यातायात व्यवस्था को कहते हैं, जिसमें मरीजों की जान बचाने के उद्देश्य से प्रत्यारोपण के लिए अंगों तथा जरूरी दवाओं को ले जाने के लिए रास्ता साफ रखा जाता है।

पुलिस उपायुक्त (यातायात) सुभाष शाक्य ने बताया कि ग्रीन कॉरिडोर बनाए जाने से अंगों को मात्र सात मिनट में एसजीपीजीआई तक पहुंचा दिया गया।

एसजीपीजीआई के सूत्रों के मुताबिक 35 वर्षीय एक महिला में एक गुर्दे का प्रत्यारोपण किया गया। वहीं, दूसरे गुर्दे तथा लिवर को अपोलोमेडिक्स में ही भर्ती अन्य मरीजों को लगाया गया। कॉर्निया को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा गया।

भाषा चंदन सलीम सुरेश

सुरेश

 

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