Uttarpradesh Crime News: आगरा का कांस्टेबल बन गया किडनैपर, 3 लोगों के साथ किया युवक को किडनैप, यूपी पुलिस ने ऐसे धर दबोचा…
आगरा पुलिस ने एक सनसनीखेज़ मामले का खुलासा करते हुए अपने ही विभाग के एक कांस्टेबल और उसके दो साथियों को एक युवक के अपहरण और फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ़्तार किया है।
uttarpradesh crime news/ IBC24
- आगरा पुलिस के कांस्टेबल समेत तीन लोग अपहरण में शामिल
- हर्षवर्धन को फर्जी मीटिंग के बहाने बुलाकर किया अगवा
- ₹5 लाख की फिरौती की मांग
Uttarpradesh Crime News: आगरा: आगरा पुलिस ने एक सनसनीखेज़ मामले का खुलासा करते हुए अपने ही विभाग के एक कांस्टेबल और उसके दो साथियों को एक युवक के अपहरण और फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ़्तार किया है। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि पुलिस महकमे की आंतरिक साख को भी झकझोर कर रख देती है। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, रामपुर चंद्रसैनी गांव निवासी 22 वर्षीय हर्षवर्धन को कांस्टेबल मोनू तालान उर्फ़ सोनू और उसके दो सहयोगियों राहुल सिंह और राजकुमार ने अपहरण कर लिया था। तीनों आरोपियों ने पीड़ित के परिवार से पाँच लाख रुपये की फिरौती मांगी थी।
यह है पूरा मामला
Uttarpradesh Crime News: आगरा: हर्षवर्धन 22 सितंबर को दोपहर में कुछ ज़रूरी सामान लेने बाज़ार गया था लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा। परिवार को उसके मोबाइल नंबर से एक कॉल आया, जिसमें अपहरण की जानकारी दी गई और फिरौती की मांग रखी गई। इस घटना से घबराए हर्षवर्धन के भाई कुशपाल सिंह ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच शुरू की।
जांच में हुआ यह खुलासा
जांच में यह खुलासा हुआ कि आगरा के सैंया थाने में तैनात कांस्टेबल मोनू तालान ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इस पूरी साजिश को अंजाम दिया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मोनू तालान पहले भी कुछ संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त रहा है और उसे पूर्व में निलंबित भी किया जा चुका है। तीनों ने योजना के तहत हर्षवर्धन को एक फर्जी मीटिंग के बहाने कारगिल चौराहे बुलाया और फिर उसे जबरन कार में बैठाकर अगवा कर लिया। जब उन्हें यह पता चला कि हर्षवर्धन के पास खुद के लिए कोई बड़ी रकम नहीं है, तो उन्होंने उसके परिवार से फिरौती वसूलने की योजना बनाई।
Uttarpradesh Crime News: आगरा: अपहरण के बाद, आरोपियों ने हर्षवर्धन को 22 सितंबर की रात से लेकर अगली सुबह तक एक अपंजीकृत कार में ही रखा। पुलिस ने गुप्त सूचना और मोबाइल डेटा के आधार पर कार की लोकेशन ट्रैक की और अंततः पीड़ित को सकुशल बरामद कर लिया। वहीं, तीनों आरोपियों को भी हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस उपायुक्त नगर सोनम कुमार ने पुष्टि की कि आरोपियों के खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया है। तीनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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