भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए व्यापार महत्वपूर्ण: राजनाथ सिंह
भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए व्यापार महत्वपूर्ण: राजनाथ सिंह
लखनऊ, 17 अक्टूबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि व्यापार के बिना देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने रेखांकित किया कि आर्थिक विकास व्यक्तियों की खर्च करने की क्षमता और व्यावसायिक गतिविधियों की गति पर निर्भर करता है।
भाजपा लखनऊ महानगर द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आयोजित ‘हर घर स्वदेशी, घर घर स्वदेशी’ अभियान के अंतर्गत ‘व्यापारी मिलन सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए, सिंह ने व्यापार संघों और पदाधिकारियों से सामूहिक रूप से मुद्दों पर चर्चा करने के लिए साल में कम से कम एक बार मिलने का आग्रह किया, और कहा कि समन्वित प्रयासों के माध्यम से कई समस्याएं अधिक कुशलता से हल हो जाती हैं।
यहां जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने आगामी दिवाली और धनतेरस त्योहारों की सभी व्यापारियों को अपनी शुभकामनाएं भी दीं।
सिंह ने कहा, ‘व्यापार की दृष्टि से, व्यापार के बिना, देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत नहीं किया जा सकता है। जब तक लोगों की जेब में पैसा नहीं होगा और व्यापारिक गतिविधियां तेज़ नहीं होंगी, तब तक अर्थव्यवस्था को जिस गति की आवश्यकता है, वह हासिल नहीं की जा सकती।’
उन्होंने कहा, ‘अगर हम भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाना चाहते हैं, वैश्विक पटल पर इसकी प्रतिष्ठा को बढ़ाना चाहते हैं, और गरीबी व बेरोजगारी को हल करना चाहते हैं, तो हमें स्वदेशी उत्पादन का मार्ग अपनाना होगा; अन्यथा, इन लक्ष्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता है।’
सिंह ने अर्थव्यवस्था में व्यापारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया, उनकी तुलना मानव शरीर में उन शिराओं और धमनियों से की जो रक्त का संचार करती हैं।
उन्होंने कहा, ‘अगर व्यापार रुक जाता है, तो पूरी आर्थिक व्यवस्था ठप हो जाती है। व्यापार और वाणिज्य को हमेशा जारी रहना चाहिए।’
केंद्रीय मंत्री ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी हालिया मुलाकातों का हवाला दिया, और कहा कि वहां भारत की तुलना में कम खुदरा व्यापारी हैं, और वहां के प्रधानमंत्री और उप प्रधानमंत्री सहित अधिकारियों ने भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत की सराहना की।
भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताओं का जिक्र करते हुए, सिंह ने नासिक में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की शाखा पर प्रकाश डाला, जो तेजस मार्क 1ए 4.5-जनरेशन लड़ाकू विमान का उत्पादन करती है।
उन्होंने कहा, ‘पहले, हमें लगभग सब कुछ आयात करना पड़ता था, लेकिन अब लड़ाकू विमान भारत में निर्मित हो रहे हैं।’
सिंह ने कहा, ‘जब मैं रक्षा मंत्री बना, तो कुल उत्पादन लगभग 45,000-46,000 करोड़ रुपये था। अब, उत्पादन लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।’
भाषा जफर
नोमान
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