उप्र: मकान कब्जा करने के आरोप में भाजपा के पूर्व विधायक समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी
उप्र: मकान कब्जा करने के आरोप में भाजपा के पूर्व विधायक समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी
कौशांबी, 18 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक मकान पर कथित रूप से कब्जा करने और फर्जी कागज बनवा कर दाखिल-खारिज कराने के लिए पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, राजदुलारी (73) नाम की एक बुजुर्ग महिला ने शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि उसके पति उमाशंकर केसरवानी की 2004 में मौत के बाद उनके घर पर भरवारी नगर पंचायत के तत्कालीन अध्यक्ष कैलाश चंद केसरवानी की नजर थी।
पुलिस ने बताया कि कैलाश चंद्र केसरवानी ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर फर्जी कागजात तैयार कराकर पीड़िता की जमीन अपने सहयोगियों के नाम पर दर्ज करवा दी।
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि उसने कई बार उक्त मकान के संबंध में सूचना के अधिकार (आरटीआई) के माध्यम से जानकारी मांगी लेकिन केसरवानी, पूर्व विधायक (भाजपा) संजय कुमार गुप्ता के दबाव में कोई जानकारी नहीं दी गई।
शिकायत में आरोप लगाया गया कि राजदुलारी और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी गई, जिस वजह से पीड़िता अपने बच्चों के साथ गंगोत्री नगर थाना (प्रयागराज) में रह रही हैं।
पुलिस ने बताया कि इस संबंध में सोमवार रात संजय कुमार गुप्ता, कैलाश चंद्र केसरवनी, सुनीता केसरवनी, दिलीप, अजय, विजय व संजय के विरुद्ध संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
मामले में आरोपी चायल से पूर्व विधायक संजय कुमार गुप्ता ने इसे राजनीतिक द्वेष का मामला करार दिया।
गुप्ता ने कहा कि वह उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले को जानते तक नहीं है और यह भाइयों के बीच में आपसी बंटवारे का मामला है, जिससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह महिला के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे।
वहीं कैलाश चंद केसरवानी ने बताया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और यह मुकदमा उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने का प्रयास है।
भाषा सं आनन्द जितेंद्र
जितेंद्र

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