UPTET: यूपीटीईटी के 6.60 लाख अभ्यर्थियों के लिए गुड न्यूज, प्राइमरी टीचर बन सकेंगे इस डिग्री को रखने वाले, जानें डिटेल

UPTET-2021 अदालत ने राजस्थान सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए कहा है कि केवल डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (D.EI.Ed) सर्टिफिकेट धारक ही प्राइमरी ग्रेड शिक्षक बनने के योग्य होंगे।

UPTET: यूपीटीईटी के 6.60 लाख अभ्यर्थियों के लिए गुड न्यूज, प्राइमरी टीचर बन सकेंगे इस डिग्री को रखने वाले, जानें डिटेल

uptet 2021

Modified Date: August 13, 2023 / 04:00 pm IST
Published Date: August 13, 2023 3:57 pm IST

UPTET: बीएड को लेकर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा सुनाए गए हाल ही में एक फैसले से देशभर के बीएड उम्मीदवारों के लिए झटका लगा है, लेकिन उत्तर प्रदेश में एलिजिबिलिटी टेस्ट (UTET)-2021 पास करने वाले 6.60 लाख लोगों के लिए अच्छी खबर आयी है । अदालत ने राजस्थान सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए कहा है कि केवल डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (D.EI.Ed) सर्टिफिकेट धारक ही प्राइमरी ग्रेड शिक्षक बनने के योग्य होंगे। फैसले से 6.60 लाख लोगों को उनके UPTET सर्टिफिकेट प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है, जिनका वितरण मामला विचाराधीन होने के कारण रोका गया था।

आपको बता दें कि UPTET-2021 इस साल 23 जनवरी को आयोजित किया गया था और इसका रिजल्ट 8 अप्रैल को घोषित किए गए थे। UPTET की प्राइमरी और अपर प्राइमरी लेवल की परीक्षा में कुल 6,60,592 उम्मीदवार सफल घोषित किए गए थे, प्राइमरी लेवल की परीक्षा देने वाले 11,47,090 में से 6.91 लाख से अधिक बी.एड डिग्री धारक थे और 4.55 अन्य डी.एल.एड सर्टिफिकेट धारक थे। परीक्षा नियामक प्राधिकरण (ERA) के रिकॉर्ड के अनुसार, 2.20 लाख बीएड उम्मीदवार और 2.23 लाख डी.एल.एड उम्मीदवार सफल घोषित किए गए थे।

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इसी तरह, अपर प्राइमरी लेवल की परीक्षा देने वाले 7,65,921 में से 2,16,994 (28.33%) को उत्तीर्ण घोषित किया गया, UPTET सर्टिफिकेटों के वितरण से पहले, कुछ D.El.Ed उम्मीदवारों ने राजस्थान हाई कोर्ट के बीएड धारकों को प्राइमरी विद्यालय में पढ़ाने के लिए अयोग्य ठहराने के फैसले के आधार पर इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की और अनुरोध किया कि वे सर्टिफिकेट नहीं दिए जाएंगे।

इसके बाद, प्रयागराज मुख्यालय परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने अदालत का फैसला आने तक सर्टिफिकेट वितरण स्थगित कर दिया था। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका पर विवाद सुलझाते हुए फैसला सुनाया, जिसमें राजस्थान हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई थी, हालांकि, ईआरए अधिकारियों ने कहा कि भले ही शीर्ष अदालत ने बीएड धारकों को प्राइमरी लेवल के टीचिंग से बाहर कर दिया हो, लेकिन सभी योग्य उम्मीदवारों को UPTET सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।

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D.El.Ed प्राइमरी और अपर प्राइमरी विद्यालयों में शिक्षक बनने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए दो साल का डिप्लोमा प्रोग्राम है, वर्तमान में, यह पाठ्यक्रम लगभग 3,000 निजी कॉलेजों, 67 सरकारी संचालित जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (DIET) और उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक शिक्षक शिक्षा कॉलेज (सीटीई) द्वारा पेश किया जाता है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com