उप्र : मुख्यमंत्री ने कोहरे और शीतलहर के बीच सुरक्षा तथा राहत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए

उप्र : मुख्यमंत्री ने कोहरे और शीतलहर के बीच सुरक्षा तथा राहत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए

उप्र : मुख्यमंत्री ने कोहरे और शीतलहर के बीच सुरक्षा तथा राहत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए
Modified Date: December 17, 2025 / 05:44 pm IST
Published Date: December 17, 2025 5:44 pm IST

लखनऊ, 17 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य भर में घने कोहरे और शीतलहर से बचाव के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को बुधवार को निर्देश जारी किये।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार ये निर्देश मंगलवार को राज्य भर में कोहरे से जुड़ी कई सड़क दुर्घटनाओं के एक दिन बाद आए हैं। सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और 59 घायल हो गए। सबसे बड़ी दुर्घटना मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई, जहां घने कोहरे में कई वाहनों के टकराने से आग लग गई, जिसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई।

बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, जिलाधिकारियों, पुलिस और यातायात अधिकारियों को ‘हाई अलर्ट’ पर रहने और घने कोहरे के दौरान उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

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उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सड़कों और आवासीय गलियों में स्ट्रीटलाइट्स की लगातार जांच की जानी चाहिए तथा दुर्घटनाओं को रोकने के लिए खराब रोशनी को तुरंत ठीक किया जाना चाहिए।

योगी ने अधिकारियों को अंधेरे वाले स्थानों की पहचान करने और आवश्यकतानुसार राजमार्गों और सड़कों पर रिफ्लेक्टर लगाने सहित उचित सुधारात्मक उपाय करने का भी निर्देश दिया है।

मुख्यमंत्री ने शीतलहर के दौरान राहत उपायों पर बल देते हुए निर्देश दिया कि कोई भी व्यक्ति खुले में सोता हुआ न पाया जाए और नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए।

उन्होंने अधिकारियों को बेघर लोगों के लिए अलाव, हीटर और कंबल की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश देते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि रैन बसेरों का लगातार निरीक्षण करके उनका प्रबंधन ठीक से किया जाए।

बयान के मुताबिक मवेशियों के लिए भी विशेष देखभाल के आदेश दिए गए हैं, जिसमें गौशालाओं में ठंड से पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उसमें अलाव की व्यवस्था भी शामिल है।

अधिकारियों को बेसहारा और जरूरतमंद लोगों को हर संभव राहत और सहायता प्रदान करने तथा जरूरत पड़ने पर बेघर लोगों को रैन बसेरा तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया है।

सड़क सुरक्षा के संबंध में, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और राज्य राजमार्ग अधिकारियों के साथ बैठकें करने का निर्देश दिया।

बयान के मुताबिक उन्होंने एक्सप्रेसवे पर गश्त बढ़ाने, हर प्रमुख स्थान पर टीमों की तैनाती और कम दृश्यता की स्थिति में उचित यातायात प्रबंधन के लिए कहा।

मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया कि एक्सप्रेसवे पर चौबीसों घंटे क्रेन और एम्बुलेंस तैनात की जाएं और टोल प्लाजा कर्मचारी लाउडस्पीकर के जरिए वाहन चालकों को कोहरे की स्थिति के बारे में चेतावनी दें।

बयान में कहा गया है कि कोहरे के दौरान तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

इस बीच, प्रशासन ने कोहरे की स्थिति में सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए एक परामर्श जारी किया है। दिशा-निर्देशों में वाहन चालकों को वाहन की गति निर्धारित सीमा से कम रखने, फॉग लाइट और लो-बीम हेडलाइट का उपयोग करने, इमरजेंसी इंडिकेटर जलाने, आगे के वाहनों से पर्याप्त दूरी बनाए रखने, एक्सप्रेसवे पर बार-बार लेन बदलने और ओवरटेक करने से बचने और कोहरा बहुत घना होने पर यात्रा न करने की सलाह दी गई है।

भाषा

जफर, सलीम रवि कांत


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