गाजा के रफह में भीषण लड़ाई के कारण सहायता मार्ग बंद, एक लाख लोग वहां से हटे |

गाजा के रफह में भीषण लड़ाई के कारण सहायता मार्ग बंद, एक लाख लोग वहां से हटे

गाजा के रफह में भीषण लड़ाई के कारण सहायता मार्ग बंद, एक लाख लोग वहां से हटे

:   Modified Date:  May 10, 2024 / 08:22 PM IST, Published Date : May 10, 2024/8:22 pm IST

रफह, 10 मई (एपी) संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिणी गाजा शहर रफह के बाहरी इलाके में इजराइली सैनिकों और फलस्तीनी आतंकवादियों के बीच भीषण लड़ाई के कारण महत्वपूर्ण नजदीकी सहायता मार्ग तक पहुंच बाधित हो गई है और 100,000 से अधिक लोगों को उत्तर की ओर भागना पड़ा है।

रफह पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण की इजराइल की योजनाएं फिलहाल रुकी हुई प्रतीत होती हैं। अमेरिका ने हमले का विरोध किया है और हथियार रोकने की धमकी देकर दबाव बढ़ा दिया है, लेकिन इस सप्ताह के प्रारंभ में शुरू की गई अधिक सीमित आक्रमण की वजह से गाजा में मानवीय तबाही का परिदृश्य खराब होने का खतरा बढ़ गई है।

उत्तरी गाजा में भी भीषण लड़ाई चल रही थी, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि हमास उस क्षेत्र में एक बार फिर से संगठित हो गया है, जहां इजराइल ने पहले ही दंडात्मक हमले शुरू कर दिए हैं।

अन्यत्र लड़ाई से बचने के लिए 10 लाख से अधिक फलस्तीनी रफह भाग गए हैं, जिनमें से कई संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित आश्रयों या अवैध तम्बू शिविरों में रुके हैं। मिस्र की सीमा पर स्थित यह शहर भोजन, दवा, ईंधन और अन्य सामान लाने का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है।

मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) का कहना है कि लगभग 1,10,000 लोग रफह से भाग गए हैं और शहर में भोजन और ईंधन की आपूर्ति गंभीर रूप से कम है।

रफह में कार्यरत ओसीएचए अधिकारी जॉर्जियोस पेट्रोपोलोस ने कहा कि शहर के पास दो मुख्य क्रॉसिंग बंद हैं, आपूर्ति में कटौती और चिकित्सा निकासी और मानवीय कर्मचारियों की आवाजाही रोक दी गई है।

उन्होंने कहा, ‘‘भले ही हमें गलियारे से गुजरने का आश्वासन दिया गया हो, लेकिन लड़ाई में शामिल सेना के इतने करीब होना किसी मानवीय क्षेत्र के लिए स्वीकार्य नहीं है।’’

पेट्रोपोलोस ने कहा कि यदि अधिक सहायता नहीं मिली तो संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम के तहत उपलब्ध कराया जाने वाला खाद्यान्न समाप्त हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा की तलाश में लगभग 30,000 लोग प्रतिदिन रफह छोड़ रहे हैं, लेकिन मानवीय सहयोग पहुंचाने वाले कार्यकर्ताओं के पास उन्हें नये स्थान पर शिविर स्थापित करने में मदद करने के लिए कोई आपूर्ति नहीं की गयी।

युद्ध की शुरुआत पिछले साल दक्षिणी इजराइल में हमास के अचानक हमले से हुई, जिसमें उसने (हमास ने) लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे और 250 को बंधक बना लिया था। पिछले वर्ष संघर्ष विराम के दौरान अधिकांश को रिहा कर दिए जाने के बाद भी उग्रवादियों ने लगभग 100 लोगों को बंदी बना रखा है और 30 से अधिक के अवशेष बचे हुए हैं।

युद्ध में 34,800 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं।

एपी सुरेश माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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