गाजा में मदद का इंतजार कर रहे लोगों पर हमला, फलस्तीनी मृतकों की संख्या 30 हजार के पार

गाजा में मदद का इंतजार कर रहे लोगों पर हमला, फलस्तीनी मृतकों की संख्या 30 हजार के पार

गाजा में मदद का इंतजार कर रहे लोगों पर हमला, फलस्तीनी मृतकों की संख्या 30 हजार के पार
Modified Date: February 29, 2024 / 04:40 pm IST
Published Date: February 29, 2024 4:40 pm IST

रफह, 29 फरवरी (एपी) गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि गाजा शहर में राहत सामग्री का इंतजार कर रही भीड़ पर हुए हमले में कई लोगों की मौत हो गयी और दर्जनों लोग घायल हो गये। स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि इस हमले के बाद करीब पांच महीने पहले शुरू हुए इजराइल-हमास युद्ध में अब तक 30 हजार से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।

सात अक्टूबर को हमास के हमले के जवाब में इजराइल के हवाई, समुद्री और जमीनी हमलों में गाजा शहर और पूरे उत्तरी गाजा को निशाना बनाया गया है। ये इलाके पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं और कई महीनों से समूचे क्षेत्र से अलग हो चुके हैं, जहां न के बराबर सहायता पहुंच पा रही है।

सहायता समूहों का कहना है कि गाजा के अधिकांश हिस्सों में मानवीय सहायता पहुंचाना लगभग असंभव हो गया है, जिसके पीछे एक बड़ा कारण हताश लोगों की भीड़ है, जो सहायता काफिलों पर हावी हो जाती है।

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संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा के 23 लाख फलस्तीनियों की एक चौथाई आबादी भुखमरी का सामना करने को मजबूर है।

शिफा अस्पताल के नर्सिंग विभाग की प्रमुख डॉ. जदल्ला शफई ने अल जजीरा नेटवर्क को बताया कि करीब 50 लोग मारे गये और 250 लोग घायल हुए।

उन्होंने सटीक संख्या बताने से इनकार कर दिया।

अल जजीरा ने एक वीडियो प्रसारित किया है, जिसमें कई शवों और घायलों को शिफा अस्पताल लाते हुए दिखाया जा रहा है।

कमाल अदवान अस्पताल के निदेशक डॉ. हुसाम अबु सफिया ने बताया कि उनके अस्पताल में 10 शव और 160 घायलों को लाया गया है।

कमाल अदवान में एम्बुलेंस सेवा के प्रमुख फारेस अफाना ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने वाले चिकित्सकों को सैकड़ों की संख्या में लोग जमीन पर पड़े हुए मिले।

उन्होंने बताया कि सभी मृतकों और घायलों को लाने के लिए पर्याप्त एम्बुलेंस नहीं थीं, जिसकी वजह से कुछ घायलों को तांगे पर अस्पतालों में लाया जा रहा है। अल-अवदा अस्पताल के कार्यवाहक निदेशक डॉ. मोहम्मद सलहा ने बताया कि अस्पताल में 90 घायलों और तीन शवों को लाया गया, जिन्हें कमाल अदवान भेज दिया गया।

उन्होंने कहा, ”हमें मृतकों की संख्या में वृद्धि की आशंका है क्योंकि रिसेप्शन और आपातकालीन कक्ष में अभी भी कई घायल मौजूद हैं।”

भाषा जितेंद्र माधव

माधव


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