लंदन, 16 फरवरी (एपी) ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह विश्वविद्यालयों में एक नियामक नियुक्त करेगी ताकि अलोकप्रिय राय से इत्तेफाक रखने वाले अकादमिक और वक्ताओं की आवाज को दबाये जाने से रोका जा सके।
शिक्षा मंत्री गेविन विलयम्सन ने कहा कि वह ‘‘अभिव्यक्ति को दबाने और उसे रोकने के अस्वीकार्य प्रयासों का कैंपस परिसरों में गहरा प्रभाव पड़ रहा है और इससे वह चिंतित हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए उच्च शिक्षा में अभिव्यक्ति की आजादी को मजबूत करना बेहद जरूरी है और अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ मौजूदा कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।’’
‘‘फ्री स्पीच चैंपियन’’ अकादिमक की बर्खास्तगी और अभिव्यक्ति की आजादी के उल्लंघन के आरोपों की जांच करेगा।
कंजर्वेटिव सरकार ने एक नियामक देने की भी योजना बनाई है जिन्हें अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन करने वाले विश्वविद्यालयों पर जुर्माना करने अधिकार होगा।
एपी
देवेंद्र नरेश
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