चीन ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हमले की निंदा की; संघर्षविराम का आह्वान किया

चीन ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हमले की निंदा की; संघर्षविराम का आह्वान किया

चीन ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हमले की निंदा की; संघर्षविराम का आह्वान किया
Modified Date: June 22, 2025 / 07:53 pm IST
Published Date: June 22, 2025 7:53 pm IST

(केजेएम वर्मा)

बीजिंग, 22 जून (भाषा) चीन ने रविवार को ईरानी परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हवाई हमलों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर का गंभीर उल्लंघन है और पश्चिम एशिया में तनाव को और बढ़ाता है।

बीजिंग ने साथ ही ‘संघर्ष में शामिल पक्षों, विशेष रूप से इजराइल’ से जल्द से जल्द संघर्षविराम पर पहुंचने, आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और संवाद एवं वार्ता शुरू करने की अपील की।

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अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी की, जिसका उद्देश्य देश के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट करना था।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सेना ने तीनों परमाणु प्रतिष्ठानों पर ‘बहुत सफल’ हमला किया है और चेतावनी दी कि यदि ईरान ने जवाबी कार्रवाई की तो और हमले किये जाएंगे।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट एक बयान में कहा कि ईरान पर अमेरिका के हमलों और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के सुरक्षा प्रावधानाओं के तहत आने वाले परमाणु प्रतिष्ठानों पर बमबारी की चीन कड़ी निंदा करता है।

प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका की ये कार्रवाईयां संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों तथा अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन हैं और इससे पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘चीन संघर्ष में शामिल पक्षों, विशेष रूप से इजराइल, से जल्द से जल्द संघर्षविराम स्थापित करने, नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और संवाद एवं वार्ता शुरू करने का आग्रह करता है।’’

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर प्रयास करने, न्याय को बनाये रखने तथा पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता बहाल करने के लिए काम करने को तैयार है।

ईरान का करीबी सहयोगी होने के अलावा, चीन ईरानी तेल का बड़ा आयातक भी है।

ईरान, इजराइल के बीच संघर्ष और अमेरिका के शामिल होने से चीन को चिंता है क्योंकि उसका लगभग 45 प्रतिशत तेल होर्मुज जलडमरूमध्य से गुजरता है, जिसे तेहरान बंद करने की धमकी दे चुका है, जिससे तेल आपूर्ति में बड़े व्यवधान आ सकते हैं।

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बृहस्पतिवार को इजराइल-ईरान युद्ध के संदर्भ में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की तथा तत्काल संघर्षविराम का आह्वान किया, खासकर इज़राइल से और नागरिकों पर हमले बंद करने की अपील की।

शी ने इजराइल और ईरान के वर्तमान संघर्ष पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि संघर्षविराम एक अत्यंत आवश्यक प्राथमिकता है और बल का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय विवादों को हल करने का सही तरीका नहीं है।

चीन के सरकारी मीडिया ने रविवार को कहा कि अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर बमबारी ने पश्चिम एशिया की पहले से ही नाजुक स्थिति को और गहरे संकट की ओर धकेल दिया है।

वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका द्वारा इस्तेमाल किए गए बंकर-बस्टर बम हो सकता है कि ईरान के गहरे भूमिगत परमाणु केद्रों को पूरी तरह नष्ट करने के लिए पर्याप्त नहीं हों।

भाषा अमित प्रशांत

प्रशांत


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