चीन के वैज्ञानिकों ने किया दुनिया का पहला प्रकाश आधारित क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा | Chinese scientists claim to build world's first light-based quantum computer

चीन के वैज्ञानिकों ने किया दुनिया का पहला प्रकाश आधारित क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा

चीन के वैज्ञानिकों ने किया दुनिया का पहला प्रकाश आधारित क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा

चीन के वैज्ञानिकों ने किया दुनिया का पहला प्रकाश आधारित क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:36 pm IST
Published Date: December 5, 2020 11:19 am IST

बीजिंग, 5 दिसंबर (भाषा) चीन के वैज्ञानिकों ने प्रकाश आधारित , दुनिया का पहला क्वांटम कंप्यूटर बनाने का दावा किया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह कंप्यूटर पारंपरिक सुपर कंप्यूटर के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से कार्य कर सकता है। चीन की सरकारी मीडिया में शनिवार को प्रकाशित खबर के मुताबिक यह वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता है जिसकी मदद से ऐसी शक्तिशाली मशीन को बनाने के तरीके में मौलिक बदलाव आएगा।

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इस संबंध में जर्नल साइंस में प्रकाशित अनुसंधान पत्र के हवाले से सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ ने बताया कि ‘जियूझांग’ क्वांटम कंप्यूटर भरोसेमंद तरीके से ‘‘ क्वांटम अभिकलनात्‍मक श्रेष्ठता ’’ (कंप्यूटेशनल एडवान्टेज) का प्रदर्शन कर सकता है जो कंप्यूटर क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है।

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उल्लेखनीय है कि क्वांटम कंप्यूटर बहुत तेजी से काम करते हैं जो पारंपरिक कंप्यूटर के लिए संभव नहीं है। क्वांटम कंप्यूटर की मदद से भौतिक विज्ञान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और चिकित्सा क्षेत्र में उपलब्धि हासिल होती है। खबर के मुताबिक इस सुपर कंप्यूटर का नाम ‘जियूझांग’ नामक, गणित के प्राचीन चीनी ग्रंथ के नाम पर दिया गया है। यह सुपर कंप्यूटर जो गणना मात्र 200 सेकेंड में कर सकता है उसे करने में पारंपरिक पद्धति से बने दुनिया के सबसे तेज कंप्यूटर ‘फुगाकू’ को 60 करोड़ साल लगेंगे।

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उल्लेखनीय है कि पिछले साल गूगल द्वारा 53 क्यूबिट क्वांटम कंप्यूटर बनाने की घोषणा के बाद सुपर कंप्यूटर के क्षेत्र में यह दूसरी बड़ी उपलब्धि है। खबर के मुताबिक जियूझांग 76 फोटॉन में हेरफेर कर जटिल गणना करता है जबकि गूगल का क्वांटम कंप्यूटर सुपर कंडक्टिव वस्तुओं का इस्तेमाल करता है। उल्लेखनीय है कि गत कुछ वर्षों से चीन क्वांटम प्रौद्योगिकी में महारत हासिल करने के लिए भारी निवेश कर रहा है।

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चीन की विज्ञान अकादमी ने बताया कि वर्ष 2017 में चीन ने क्वांटम संचार उपग्रह को प्रक्षेपित किया था जो हैक नहीं किया जा सकता और सुरक्षा की अत्याधुनिक विशेषताओं से लैस है। इसके अगले साल चीन ने 2000 किलोमीटर लंबी ‘हैक प्रूफ’ क्वांटम संचार लाइन का उद्घाटन किया जिसे देश की राजधानी बीजिंग से आर्थिक मुख्यालय शंघाई के बीच स्थापित किया गया है।

 

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