पूर्वी यूरोप में कोरोना के मामलों में आयी तेजी
पूर्वी यूरोप में कोरोना के मामलों में आयी तेजी
बुडापेस्ट, 11 सितंबर (एपी) पूर्वी यूरोप के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को कोरोना वायरस के मामलों में तेजी दर्ज की गयी और हंगरी तथा चेक गणराज्य जैसे देशों में किसी एक दिन में अब तक के सर्वाधिक मामले सामने आए।
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने कहा कि उनकी सरकार महामारी के दूसरे दौर से बचाव के लिए एक ‘युद्ध योजना’ का मसौदा तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना का मकसद ‘हर किसी के लिए घर पर रहने और देश को ठप्प करने का नहीं … बल्कि हंगरी की कार्यक्षमता का बचाव करना है।’
ओरबान ने कहा कि अर्थव्यवस्था की रक्षा और विकास को गति प्रदान करने के लिए आने वाले हफ्तों में उपायों की घोषणा की जाएगी। वर्ष की दूसरी तिमाही में हंगरी के सकल घरेलू उत्पाद में 13.6 प्रतिशत की गिरावट आयी है।
हंगरी में सार्वजनिक परिवहन, दुकानों और सार्वजनिक संस्थानों में मास्क लगाना या चेहरे को ढंकना अनिवार्य है। हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर 8,000 फारेंट ( 26.50 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया जा सकता है।
हंगरी में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 718 नए मामले सामने आए। यह संख्या इससे पहले किसी एक दिन में सामने आए अधिकतम मामलों से 142 अधिक है।
वहीं चेक गणराज्य में 1,382 नए मामले सामने आए हैं जो अब तक के एक दिन के उच्च स्तर से 200 अधिक है। देश में एक बार फिर से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।
पोलैंड में शुक्रवार को 594 नए मामलों की पुष्टि हुयी। इससे पहले कुछ दिनों में देश में 400-500 के बीच नए मामले सामने आ रहे थे।
मोंटेनेग्रो जून में खुद को कोरोना वायरस मुक्त घोषित करने वाला पहला यूरोपीय देश था। लेकिन वहां भी नए मामलों में तेजी दर्ज की गयी है।
पड़ोसी ऑस्ट्रिया में भी संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सरकार ने घोषणा की कि वह फिर से सख्त कदमों को लागू करेगी।
एपी
अविनाश मनीषा
मनीषा

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