Stray Dogs News: स्कूलों के बाद अब कॉलेज-यूनिवर्सिटी में भी आवारा कुत्तों की निगरानी करेंगे प्रोफेसर, उच्च शिक्षा-विभाग जारी की ये गाइडलाइन, दिए गए कई अहम निर्देश

स्कूलों के बाद कॉलेज-यूनिवर्सिटी में आवारा कुत्तों की निगरानी करेंगे प्रोफेसर! Professors will monitor stray dogs in colleges and universities After schools

Stray Dogs News: स्कूलों के बाद अब कॉलेज-यूनिवर्सिटी में भी आवारा कुत्तों की निगरानी करेंगे प्रोफेसर, उच्च शिक्षा-विभाग जारी की ये गाइडलाइन, दिए गए कई अहम निर्देश

Stray Dogs News. Image Source- IBC24

Modified Date: December 15, 2025 / 04:36 pm IST
Published Date: December 15, 2025 4:10 pm IST
HIGHLIGHTS
  • कॉलेज और यूनिवर्सिटी परिसरों में आवारा कुत्तों की निगरानी के लिए प्रोफेसर नोडल अधिकारी नियुक्त होंगे
  • उच्च शिक्षा विभाग ने सभी निजी व सरकारी संस्थानों को गाइडलाइन जारी की
  • आक्रामक या पागल कुत्ते दिखने पर नगर निगम को तुरंत सूचना देना अनिवार्य

रायपुरः Stray Dogs News छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के बाद विश्वविद्यालयों व कॉलेजों के प्रोफेसर भी अब आवारा कुत्तों और मवेशियों की निगरानी करेंगे। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है। जारी आदेश के अनुसार, अब कॉलेज और यूनिवर्सिटी कैंपस में आवारा कुत्तों के नियंत्रण, निगरानी और उनसे होने वाली संभावित घटनाओं की रोकथाम की जिम्मेदारी सीधे तौर पर संबंधित संस्थानों की होगी। इसके लिए प्रोफेसरों को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा।

Stray Dogs News उच्च शिक्षा आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने परिसरों को आवारा कुत्तों से मुक्त रखें। इसके लिए हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एक नोडल अधिकारी की तैनाती अनिवार्य की गई है। यदि परिसर में पागल या आक्रामक कुत्ते दिखाई दें, तो तुरंत नगर निगम की संबंधित टीम को इसकी सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग का कहना है कि आवारा पशुओं की वजह से छात्रों और स्टाफ की सुरक्षा को खतरा हो सकता है, इसलिए इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाएं।

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स्कूलों के लिए भी लाया गया ऐसा ही नियम

Stray Dogs News गौरतलब है कि इससे पहले स्कूलों के लिए इसी तरह के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। लोक शिक्षण संचालनालय ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को आवारा कुत्तों की निगरानी करने के साथ ही सांप-बिच्छू पर भी ध्यान रखने को कहा था। टीचर्स को जहरीले जीव-जंतुओं को स्कूल परिसर में आने से रोकना होगा। यह आदेश प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, प्राचार्यों और प्रधान पाठकों को दिया गया था। DPI ने आदेश में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया था।

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।