लंदन, 11 मई (भाषा) एक हालिया अध्ययन से पता लगा है कि मधुमेह से पीड़ित लोगों में कोविड-19 बीमारी के कारण मरने की आशंका आम लोगों की अपेक्षा लगभग दोगुनी और उनके गंभीर रूप से संक्रमित होने की आशंका लगभग तीन गुनी है।
ब्रिटेन के एबरडीन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के हजारों लोगों से जुड़े आंकड़ों की समीक्षा की और पाया कि बीमारी के बेहतर प्रबंधन से जोखिमों को कम किया जा सकता है।
शोधकर्ताओं के दल में किंग्स कॉलेज, लंदन के शोधकर्ता भी शामिल थे। शोध दल ने पाया कि मधुमेह से पीड़ित मरीजों के कोविड के कारण गंभीर रूप से बीमार होने और उनकी मृत्यु होने की अधिक आशंका होती है लेकिन ऐसे रोगियों में रक्त शर्करा को नियंत्रित कर इस जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने 158 विभिन्न अध्ययनों के निष्कर्षों की समीक्षा की जिनमें दुनिया भर के 2,70,000 से अधिक प्रतिभागियों को शामिल किया गया था। शोधकर्ताओं ने यह पता लगाने का प्रयास किया कि कोविड, मधुमेह से पीड़ित लोगों को कैसे प्रभावित करता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार निष्कर्षों से पता चला है कि मधुमेह से पीड़ित मरीजों में कोविड से मरने की आशंका 1.87 गुना अधिक थी और उनके गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती होने की आशंका 1.59 गुना अधिक थी।
अध्ययन के लिए आंकड़े चीन, कोरिया, अमेरिका, यूरोप और पश्चिम एशिया सहित पूरी दुनिया से एकत्र किए गए थे।
भाषा अविनाश नरेश
नरेश
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