बांग्लादेश में कड़ी सुरक्षा के बीच दुर्गा पूजा शुरू
बांग्लादेश में कड़ी सुरक्षा के बीच दुर्गा पूजा शुरू
ढाका, 28 सितंबर (भाषा) बांग्लादेश में हिंदू समुदाय ने रविवार को मुख्य दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत की। अधिकारियों ने ‘बाधा उत्पन्न करने की मामूली घटनाओं’ के बीच सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे देश में दो लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया।
ढाका स्थित ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर में दुर्गा पूजा का आरंभ भव्य तरीके से हुआ। मंदिर परिसर में ढोल की थाप, शंख, मंदिर की घंटियों और उलगुलान (हर्षध्वनि) की गूंज से माहौल भक्तिमय हो गया।
गवाहों के अनुसार, महाषष्ठी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमा के पट खोले गये और इसी के साथ दुर्गोत्सव की शुरुआत हो गई।
बांग्लादेश पूजा महोत्सव परिषद के अध्यक्ष बासुदेव धर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमें उम्मीद है कि इस साल पूजा धूमधाम से मनाई जाएगी। हम सरकार द्वारा दी गई सहायता और सुरक्षा व्यवस्था से खुश हैं।”
उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल देश भर में पूजा मंडपों की संख्या में वृद्धि हुई है।
धर ने बताया कि अब तक परिषद को 11 जगहों से ‘बाधा उत्पन्न करने की मामूली घटनाओं’ की सूचना मिली हैं।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर दोषियों को गिरफ्तार कर लिया।
आयोजकों ने बताया कि इस वर्ष 33,350 मंडपों या अस्थायी रूप से सजाए गए पंडालों में दुर्गापूजा मनाई जा रही है।
सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संबाद संस्था (बीएसएस) के अनुसार, गृह सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एम जहांगीर आलम चौधरी ने बताया कि पूजा सुरक्षा के लिए लगभग अर्धसैनिक पुलिस बल के दो लाख कर्मियों और अर्धसैनिक बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के 15,000 से अधिक कर्मियों की 430 प्लाटून तैनात की गई हैं।
उन्होंने रविवार को बताया कि त्योहार के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल 70,000 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर काम करेंगे।
चौधरी ने कहा कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की ‘फासीवादी सरकार के सहयोगियों’ द्वारा पूजा के बारे में फैलाई गई अफवाहें या गलत सूचनाएं भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर सकती हैं और उन्होंने मीडिया से ऐसी किसी भी गलत सूचना को रोकने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘अफवाहों और गलत सूचनाओं का मुकाबला करने के लिए मीडिया के पास हमसे ज्यादा शक्ति है।’’
इस बीच, पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि पुलिस बल कानून-व्यवस्था बनाए रखने और ‘बांग्लादेश में सर्वधर्म सद्भाव की परंपरा को बनाए रखने’ के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले 16 सितंबर को बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने दुर्गा पूजा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर में दर्शन किया था।
उन्होंने मंदिर में भक्तों को संबोधित करते हुए कहा था, “हम सभी एक परिवार के सदस्य हैं। पूरा देश एक परिवार है। एक परिवार के भीतर, विचारों में मतभेद या व्यवहार में भिन्नता हो सकती है, लेकिन पारिवारिक बंधन अटूट है। हमारा लक्ष्य एक राष्ट्र के रूप में एक अटूट परिवार के रूप में एकजुट रहना है।”
ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर एक शक्तिपीठ है।
भाषा जितेंद्र सुरेश
सुरेश

Facebook



