कनाडा की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा भारत : आधिकारिक जांच

कनाडा की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा भारत : आधिकारिक जांच

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  • Publish Date - May 4, 2024 / 07:46 PM IST,
    Updated On - May 4, 2024 / 07:46 PM IST

ओटावा, चार मई (भाषा) कनाडा में एक आधिकारिक जांच में यह पाया गया है कि देश में मौजूद विदेशी एजेंट सहित भारतीय अधिकारी ऐसी कई गतिविधियों में शामिल हैं जिनका मकसद मुख्य मुद्दों, विशेष रूप से देश में खालिस्तानी अलगावादियों को लेकर चिंताओं पर नयी दिल्ली के हितों की पूर्ति के लिए कनाडाई समुदाय एवं राजनीतिक नेताओं को प्रभावित करना है।

आयुक्त मैरी-जोसी हॉग की अंतरिम रिपोर्ट के निष्कर्षों में 2019 और 2021 में हुए कनाडा के पिछले दो संघीय चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप के सबूत मिले, लेकिन चुनाव के नतीजे प्रभावित नहीं हुए।

हॉग स्वतंत्र सार्वजनिक जांच का नेतृत्व कर रही हैं।

भारत पूर्व में, कनाडा के चुनावों में अपने हस्तक्षेप के आरोपों को ‘निराधार’ करार देते हुए खारिज कर चुका है और कहा था कि मुख्य मुद्दा नयी दिल्ली के आंतरिक मामलों में कनाडा का हस्तक्षेप रहा है।

शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि कनाडा के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप में चीन की मुख्य भूमिका होने की बात सामने आई है।

इसमें कहा गया, ‘कनाडाई अधिकारियों द्वारा चीन का आकलन सबसे सक्रिय ऐसे देश के रूप में किया गया है जो कनाडा में सरकारी अधिकारियों, राजनीतिक संगठनों, राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों और प्रवासी समुदायों के प्रति लक्षित हस्तक्षेप में लगा हुआ है।’

भारत के बारे में जांच रिपोर्ट में कहा गया है,’कनाडा में मौजूद एजेंटों समेत भारतीय अधिकारी कई गतिविधियों में शामिल हैं जो कनाडाई समुदायों और राजनीतिक नेताओं को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। इन गतिविधियों में विदेशी हस्तक्षेप शामिल है, जिसका उद्देश्य भारत के हितों की पूर्ति करना है…।’

रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा में भारत की रुचि कनाडा के विशाल दक्षिण एशियाई समुदाय से संबंधित है। भारत इन समुदायों के एक तबके को भारत विरोधी भावना को बढ़ावा देने वालों के रूप में देखता है और मानता है कि यह भारत की स्थिरता एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।

इसमें कहा गया है, ‘भारत वैध, खालिस्तान समर्थक राजनीतिक समूह और कनाडा में मौजूद अपेक्षाकृत छोटे खालिस्तानी हिंसक चरमपंथ के बीच अंतर नहीं करता है। यह खालिस्तानी अलगाववाद से जुड़े किसी भी व्यक्ति को भारत के लिए देशद्रोह वाले खतरे के रूप में देखता है।’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने फरवरी में नयी दिल्ली में कहा था, ‘हम कनाडा के चुनावों में भारतीय हस्तक्षेप के ऐसे सभी निराधार आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं।’

जायसवाल ने एक सवाल के जवाब में कहा था, ‘दूसरे देशों की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करना भारत सरकार की नीति नहीं है। असल में, यह कनाडा है जो हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है।’

कनाडा के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की गतिविधियों में शामिल अन्य देशों की पहचान रूस, पाकिस्तान और ईरान के रूप में की गई है।

भाषा नेत्रपाल सुभाष

सुभाष