(अदिति खन्ना)
लंदन, 16 जून (भाषा) ब्रिटेन में नए पोस्ट-स्टडी वर्क (पीएसडब्ल्यू) वीजा के लिए अर्हता प्राप्त करने की खातिर समय सीमा बढ़ाए जाने से भारतीय छात्रों को लाभ होगा। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय छात्र ब्रिटिश विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के सबसे बड़े समूहों में से एक हैं।
पीएसडब्ल्यू वीजा के तहत पात्र विदेशी छात्र अपना पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद दो साल तक यहां काम कर सकते हैं या वे काम की तलाश कर सकते हैं। इसे पिछले साल ब्रिटिश गृह मंत्री प्रीति पटेल ने शुरू किया था। आवेदन आवश्यकताओं के तहत कोविड-19 लॉकडाउन को देखते हुए पीएसडब्ल्यू वीजा के इच्छुक छात्रों को 21 जून तक यहां मौजूद रहने की उम्मीद थी। लेकिन गृह कार्यालय ने पिछले सप्ताह अपने दिशानिर्देश में संशोधन करते हुए इस समय सीमा को 27 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया।
दि नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड अल्मुनी यूनियन यूके (एनआईएसएयू) सहित छात्रों के कई संगठन इस समय सीमा को बढ़ाए जाने के लिए अभियान चला रहे थे। कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप में वृद्धि होने के बाद 23 अप्रैल को भारत पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिए गए थे। वैध छात्र वीजा वाले भारतीय छात्रों को देश में आने की अनुमति है लेकिन कई छात्रों को अपनी योजनाओं को स्थगित करना पड़ा है क्योंकि ब्रिटेन में आगमन पर अनिवार्य रूप से उन्हें दस दिनों के लिए होटल में पृथकवास में रहना होगा और इस पर करीब 1,750 पाउंड का अतिरिक्त भार आता है।
एनआईएसएयू यूके की अध्यक्ष सनम अरोड़ा ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि गृह कार्यालय ने हमारे अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और इससे कई छात्रों को काफी मदद मिलेगी जो अभी भारत में कोविड की स्थिति को देखते हुए यात्रा करने में असमर्थ हैं।’’
भाषा
अविनाश नरेश
नरेश
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