ब्रिटेन जाने वाले भारतीयों को गैर-टीकाकरण वाले लोगों के लिये निर्धारित नियमों का पालन करना होगा |

ब्रिटेन जाने वाले भारतीयों को गैर-टीकाकरण वाले लोगों के लिये निर्धारित नियमों का पालन करना होगा

ब्रिटेन जाने वाले भारतीयों को गैर-टीकाकरण वाले लोगों के लिये निर्धारित नियमों का पालन करना होगा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:23 PM IST, Published Date : September 22, 2021/7:37 pm IST

लंदन, 22 सितंबर (भाषा) ब्रिटेन सरकार ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उसने एस्ट्राजेनेका के अपने अद्यतन अंतरराष्ट्रीय यात्रा परामर्श में कोविशील्ड को स्वीकृत टीके को रूप में शामिल कर लिया है, लेकिन भारतीयों को गैर-टीकाकरण वाले यात्रियों के लिए निर्धारित नियमों का पालन करना होगा।

ब्रिटेन में चार अक्टूबर से लागू होने वाले नए अंतरराष्ट्रीय यात्रा परामर्श के तहत, भारत अभी तक उन 17 देशों की सूची में शामिल नहीं है, जिनके टीके को ब्रिटेन में मान्यता दी गई है, लिहाजा भारत में टीका लगवाने वाले लोगों को भी ब्रिटेन पहुंचने पर पृथकवास में रहना होगा।

ब्रिटेन द्वारा अपने यात्रा परामर्श में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका के टीके कोविशील्ड को मान्यता नहीं देने की काफी आलोचना हुई थी। इसके तहत इस टीके की दोनों खुराक लेने वाले भारतीयों को उन लोगों की तरह दस दिन अनिवार्य पृथकवास में रहना होगा, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है।

ब्रिटेन उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, ”हम भारत सरकार के साथ बातचीत कर रहे हैं और यह पता कर रहे हैं कि भारत में टीका लगवा चुके लोगों के टीका प्रमाण पत्र को किस तरह ब्रिटेन में मान्यता दी जा सकती है।”

इससे पहले, ब्रिटेन सरकार ने बुधवार को कोविशील्ड टीके को अपने अद्यतन अंतरराष्ट्रीय यात्रा परामर्श में शामिल कर लिया।

परामर्श में कहा गया है, ”एस्ट्राजेनेका कोविशील्ड, एस्ट्राजेनेका वैक्सजेवरिया और मॉडर्ना टाकेडा जैसे चार टीकों को स्वीकृत टीकों के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।”

इसमें कहा गया है, ”आपके लिये ब्रिटेन आने से 14 दिन पहले टीके की दोनों खुराकें लेना अनिवार्य है।”

ब्रिटेन ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा नियमों की समीक्षा की है, जो चार अक्टूबर से लागू होंगे। इन नियमों के तहत स्वीकृत कोविड-19 टीकों की एक सूची जारी की गई है, जिसमें सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित टीके को शामिल नहीं किया गया था। ब्रिटेन के इस फैसले की चौतरफा आलोचना हुई।

दरअसल, ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल लाल, एम्बर और हरे रंग की तीन अलग अलग सूचियां बनाई गई हैं। कोविड-19 खतरे के अनुसार अलग-अलग देशों को अलग अलग सूची में रखा गया है। चार अक्टूबर से सभी सूचियों को मिला दिया जाएगा और केवल लाल सूची बाकी रहेगी। लाल सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा। भारत अब भी एम्बर सूची में है। इस सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन जाने पर कुछ पाबंदियों से गुजरना पड़ सकता है।

भाषा जोहेब मनीषा

मनीषा

 

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