इंडोनेशिया में भूकंप में एक व्यक्ति की मौत, सुनामी की चेतावनी नहीं | Indonesia earthquake kills one, no tsunami warning

इंडोनेशिया में भूकंप में एक व्यक्ति की मौत, सुनामी की चेतावनी नहीं

इंडोनेशिया में भूकंप में एक व्यक्ति की मौत, सुनामी की चेतावनी नहीं

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:10 PM IST, Published Date : April 10, 2021/12:47 pm IST

मलंग (इंडोनेशिया), 10 अप्रैल (एपी) इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा में आये भूकंप में एक व्यक्ति की मौत हो गई और इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं जबकि इसके झटके पर्यटक केंद्र बाली में भी महसूस किये गये। यह जानकारी अधिकारियों ने शनिव़ार को दी। हालांकि सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई।

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजे आये भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गई। इसका केंद्र पूर्वी जावा प्रांत के मलंग जिले के सुम्बरपुकंग शहर से 45 किलोमीटर दक्षिण में 82 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।

इंडोनेशिया के भूकंप एवं सुनामी केंद्र के प्रमुख रहमत त्रियोनो ने एक बयान में बताया कि भूकंप का केंद्र समुद्र के भीतर स्थित था, लेकिन भूकंप के झटके में सुनामी उत्पन्न करने की क्षमता नहीं थी। उन्होंने इसके बावजूद लोगों से मिट्टी या चट्टानों के ऐसे ढलानों से दूर रहने का आग्रह किया जहां भूस्खलन का खतरा हो।

पूर्वी जावा के लुमाजैंग जिले में चट्टानों के गिरने से मोटरसाइकिल सवार एक महिला की मौत हो गई और उसका पति गंभीर रूप से घायल हो गया। उप जिला प्रमुख इंदा अम्परवती ने ‘मेट्रो टीवी’ को यह जानकारी दी। जिले में कई घर भी क्षतिग्रस्त हो गए।

टेलीविजन की खबरों में पूर्वी जावा प्रांत के कई शहरों में मॉल और इमारतों से लोगों को दहशत में भागते हुए दिखाया गया।

इंडोनेशिया की खोज एवं बचाव एजेंसी ने मलंग के पड़ोसी शहर ब्लीतर स्थित एक अस्पताल की क्षतिग्रस्त छत सहित क्षतिग्रस्त कुछ घरों एवं इमारतों के वीडियो एवं तस्वीरें जारी की। प्राधिकारी प्रभावित क्षेत्रों से हताहत हुए लोगों और क्षति की पूरी जानकारी एकत्रित कर रहे हैं।

इंडोनेशिया अक्सर भूकंप के झटकों, ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी से प्रभावित होता है।

गत जनवरी में पश्चिम सुलावेसी प्रांत स्थित मामुज़ू और माजिनी जिलों में आये 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 105 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 6,500 अन्य लोग घायल हो गए थे। वहीं इसके चलते 92,000 से अधिक लोग विस्थापित हो गए थे।

एपी अमित पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)