स्पेसएक्स के पहुंचने के बाद आईएसएस पर एक दशक बाद सबसे अधिक भीड़ जमा हुई

स्पेसएक्स के पहुंचने के बाद आईएसएस पर एक दशक बाद सबसे अधिक भीड़ जमा हुई

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 08:19 PM IST
,
Published Date: April 24, 2021 2:20 pm IST

केप केनावेरल, 24 अप्रैल् (एपी) चार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का कैप्सूल शनिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) पहुंचा जिससे वहां अंतरिक्ष यात्रियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई जो करीब एक दशक में सबसे अधिक है।

अमेरिका, रूस, जापान और फ्रांस का प्रतिनिधित्व कर रहे सभी अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष एजेंसियों के नेताओं द्वारा बधाई संदेश देने के लिए किए गए कॉल के दौरान कैमरे के एक फ्रेम में नजर आए।

जापानी अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख हिरोशी यामाकावा ने उनके देश स्थित यान नियंत्रण केंद्र से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘ विश्व की मुश्किल घड़ी में, मेरा मानना है कि आपने हमें हिम्मत और उम्मीद दी है।’’ वह कोविड-19 महामारी का संदर्भ दे रहे थे।

नये सिरे से तैयार किया गया स्पेसएक्स कैप्सूल (अंतरिक्ष यान) चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर शनिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) पहुंचा।

एलन मस्क की कंपनी द्वारा एक साल से भी कम समय में करायी गयी यह तीसरी अंतरिक्ष यात्रा है।

ड्रैगन नाम का यह कैप्सूल नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना होने के एक दिन बाद हिंद महासागर के ऊपर 420 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगा रहे अंतरराष्ट्री अंतरिक्ष केंद्र से स्वचालित तरीके से जुड़ गया।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के कार्यवाहक प्रशासक स्टीव जुरकिजइक ने कहा, ‘‘आप सभी 11 लोगों को अंतरिक्ष केंद्र में देखना शानदार है’’

उन्होंने इंगित किया कि यह अब परिपाटी होगी और स्पेसएक्स नियमित रूप से अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर जाएगा।

इस कैप्सूल की मदद से आईएसएस पहुंचे चारों अंतरिक्ष यात्री अमेरिका, फ्रांस और जापान का प्रतिनिधित्व करते हैं और अगले छह महीने तक वहीं रहेंगे जबकि पहले से रह रहे चार आंतरिक्ष यात्री अपने ड्रैगन कैप्सूल से बुधवार को धरती पर लौटेंगे।

नासा ने जानबूझकर वहां से वापसी करने वाले अंतरिक्ष यात्रियों से पहले नए यात्रियों को भेजा ताकि पुराने अंतरिक्ष यात्री उन्हें सभी जानकारी दे सके।

हालांकि, नासा के लिए स्पेसएक्स की अंतरिक्ष यात्रियों के साथ तीसरी उड़ान है। यह पहली बार है जब पहले इस्तेमाल किए गए यान का दोबारा इस्तेमाल किया गया है और मस्क द्वारा चांद और मंगल पर मनुष्य की यात्रा कराने की योजना के लिए जरूरी माना जा रहा है।

स्पेसएक्स द्वारा पिछले साल मई में भरी गई पहली उड़ान में ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग किया गया था जबकि शुक्रवार को रवाना हुए फाल्कन रॉकेट ने नवंबर में दो अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पहुंचाने में सहायता की थी।

यह पहली बार है जब अंतरिक्ष केंद्र पर एक ही समय पर दो स्पेस एक्स चालक दल ड्रैगन साथ-साथ खड़े हैं। हालांकि, यह नासा के लिए स्पेसएक्स की तीसरी उड़ान है जिसमें यात्रियों को भेजा गया है।

नासा के अंतरिक्ष यात्री शेन किम्बर और मेगन मैक्आर्थर आईएसएस गए ड्रैगन कैप्सूल के क्रमश: कमांडर और पायलट हैं। जब यान अंतरिक्ष केंद्र के करीब पहुंच रहा था तो उनकी नजर कंप्यूटर स्क्रीन पर थी ताकि जरूरी होने पर मानवीय तरीके से नियंत्रण किया जा सके लेकिन इसकी जरूरत नहीं पड़ी। कैप्सूल की स्वचालित प्रणाली ने सटीक काम किया और यह स्वचालित कार की तरह आईएसएस से जुड़ गया।

ड्रैगन कैप्सूल से गए फ्रांस के थॉमस पेस्क्यूट और जापान के अकिहिको होशिदे और अमेरिका के किम्बर पहले भी अंतरिक्ष केंद्र में रह चुके हैं जबकि मैक्आर्थर की यह पहली यात्रा है।

मैक्आर्थर उसी सीट और कैप्सूल से आईएसएस पहुंची जिससे स्पेसएक्स की पहली उड़ान में उनके पति बॉब बेहंकन पहुंचे थे।

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के महानिदेशक जोसफ अश्चाबेचर ने मजाकिया लहजे में कहा कि अंतरिक्ष केंद्र का विस्तार करने की जरूरत है क्योंकि वहां काफी लोग जमा हो गए हैं।

गौरतलब है कि अगले चार दिन तक अंतरिक्ष केंद्र में 11 अंतरिक्ष यात्री रहेंगे जो एक समय में 13 अंतरिक्ष यात्रियों के रिकॉर्ड के करीब है। इस समय छह अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री, दो रूसी, दो जापानी और एक फ्रांसीसी अंतरिक्ष यात्री आईएसएस में मौजूद है।

आईएसएस से बुधवार को तीन अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और एक जापानी अंतरिक्ष यात्री लौटेगा।

एपी धीरज माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)