जयशंकर ने द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर नीदरलैंड के विदेश मंत्री के साथ व्यापक चर्चा की

जयशंकर ने द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर नीदरलैंड के विदेश मंत्री के साथ व्यापक चर्चा की

जयशंकर ने द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर नीदरलैंड के विदेश मंत्री के साथ व्यापक चर्चा की
Modified Date: May 19, 2025 / 10:45 pm IST
Published Date: May 19, 2025 10:45 pm IST

हेग, 19 मई (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को नीदरलैंड के अपने समकक्ष कैस्पर वेल्डकैंप से मुलाकात की और यूरोपीय संघ के साथ द्विपक्षीय साझेदारी और जुड़ाव को प्रगाढ़ करने पर व्यापक चर्चा की।

जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के उद्देश्य से नीदरलैंड के नेतृत्व के साथ वार्ता करने के लिए सोमवार को यहां पहुंचे। वह तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में नीदरलैंड पहुंचे हैं, जिसके बाद वह डेनमार्क और जर्मनी जाएंगे।

भारत और पाकिस्तान के सशस्त्र बलों के बीच चार दिनों के सैन्य टकराव के बाद जयशंकर की यह पहली विदेश यात्रा है।

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जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज हेग में मेरी मेजबानी करने के लिए नीदरलैंड के विदेश मंत्री कैस्पर वेल्डकैंप को धन्यवाद। पहलगाम हमले की नीदरलैंड द्वारा की गई कड़ी निंदा की सराहना करता हूं। यूरोपीय संघ के साथ हमारी द्विपक्षीय साझेदारी और जुड़ाव को प्रगाढ़ करने पर व्यापक चर्चा हुई। बहु-ध्रुवीयता के युग में वैश्विक स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’

जयशंकर ने रक्षा मंत्री रूबेन ब्रेकेलमैन्स से भी मुलाकात की और संबंधित सुरक्षा परिप्रेक्ष्यों और चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

इससे पहले सुबह में, जयशंकर ने कहा था कि रणनीतिक विशेषज्ञों के साथ विचारों का ‘अच्छा आदान-प्रदान’ हुआ, जिसके दौरान उन्होंने इस बात पर भी चर्चा की कि भारत और नीदरलैंड/यूरोपीय संघ को बहुध्रुवीयता और रणनीतिक स्वायत्तता के युग में और अधिक मजबूती से क्यों जुड़ना चाहिए।

हेग स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर आज आधिकारिक यात्रा पर नीदरलैंड पहुंचे। उनका स्वागत राजदूत कुमार तुहिन और नीदरलैंड के विदेश मंत्रालय की प्रोटोकॉल निदेशक गैब्रिएला सैंसिसी ने किया। इस यात्रा से भारत-नीदरलैंड संबंधों को और बढ़ावा मिलेगा।’’

उम्मीद की जा रही कि जयशंकर तीनों देशों के विदेश मंत्रियों को पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने के भारत के फैसले से भी अवगत कराएंगे।

भाषा सुभाष संतोष

संतोष


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