मैक्रों ने नेतन्याहू की यहूदी विरोधी टिप्पणी की निंदा की

मैक्रों ने नेतन्याहू की यहूदी विरोधी टिप्पणी की निंदा की

मैक्रों ने नेतन्याहू की यहूदी विरोधी टिप्पणी की निंदा की
Modified Date: August 20, 2025 / 07:55 pm IST
Published Date: August 20, 2025 7:55 pm IST

पेरिस, 20 अगस्त (एपी) फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की उस टिप्पणी को ‘घृणित’ और ‘भ्रामक’ करार दिया, जिसमें उन्होंने (नेतन्याहू ने) फलस्तीन राष्ट्र को मान्यता देने की मैक्रों की मंशा को यहूदी विरोध भड़काने वाला बताया था।

पिछले महीने मैक्रों की इस घोषणा के बाद हाल के हफ्तों में इजराइल और पारंपरिक सहयोगियों के बीच तनाव बढ़ गया। इस घोषणा को लेकर ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने मैक्रों का समर्थन किया था जबकि इजराइल ने कड़ा विरोध जताते हुए इसे खारिज कर दिया था।

मैक्रों की तीखी टिप्पणी ऐसे समय आई है जब ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने बुधवार को नेतन्याहू के इस आरोप को खारिज कर दिया कि उन्होंने फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता देकर ‘इज़राइल के साथ विश्वासघात किया है’ और वह एक ‘कमज़ोर नेता’ हैं।

 ⁠

मैक्रों के कार्यालय ने मंगलवार शाम को जारी एक बयान में कहा, ‘यह विश्लेषण कि फ्रांस द्वारा सितंबर में फलस्तीन को राष्ट्र के रूप में मान्यता देने का निर्णय देश में यहूदी-विरोधी हिंसा में वृद्धि के लिए ज़िम्मेदार है, भ्रामक, घृणित और पूरी तरह अस्वीकार्य है, और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।’ मौजूदा समय गंभीरता और जिम्मेदारी का आह्वान करता है न कि सामान्यीकरण और मनमाने आचरण का।’

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक पत्र में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को लिखा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में अगले महीने फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता देने की उनकी घोषणा के बाद से फ्रांस में यहूदी-विरोधी घटनाओं में ‘तेज़ी’ आई है। सोमवार को लिखे गए इस पत्र को ‘एसोसिएटेड प्रेस’ ने भी देखा है। नेतन्याहू ने कहा, ‘फलस्तीन के लिए आपका आह्वान इस यहूदी-विरोधी भावना को और भड़का रहा है।’

फ्रांस पश्चिमी यूरोप की सबसे बड़ी यहूदी आबादी वाला देश है, जहां अनुमानित रूप से 5,00,000 यहूदी रहते हैं, जो देश की कुल जनसंख्या का लगभग एक प्रतिशत हैं।

भाषा

शुभम पवनेश

पवनेश


लेखक के बारे में