F 35 India Deal Latest News: भारत ने अमेरिका को दिया जोर का झटका…F-35 फाइटर जेट की डील रद्द? सरकार ने सदन में दिया जवाब
F 35 India Deal Latest News: भारत ने अमेरिका को दिया जोर का झटका...F-35 फाइटर जेट की डील रद्द? सरकार ने सदन में दिया जवाब
F 35 India Deal Latest News: भारत ने अमेरिका को दिया जोर का झटका...F-35 फाइटर जेट की डील रद्द? Image source: File
- F-35 फाइटर जेट की डील को भारत ने ठंडे बस्ते में डाला
- प के 25% टैरिफ हमले के बाद भारत ने दिखाया रणनीतिक रुख
- संतुलन सुधारने के लिए वैकल्पिक कदमों पर विचार
नई दिल्ली: Modi Govt Cancels F 35 fighter jet Deal ? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वॉर करके दुनिया के कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। ट्रंप ने दुनिया के 92 देशों पर 10 से 41 फीसदी तक टैरिफ लगाया है, जिसमें भारत भी शामिल है। ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। हालांकि 1 अगस्त से लागू होने वाले इस टैरिफ को 7 तारीख तक के लिए टाल दिया गया था। लेकिन इस बीच खबर आ रही है कि भारत ने अमेरिका को जोर का झटका दिया है।
Modi Govt Cancels F 35 fighter jet Deal ? मिली जानकारी के अनुसार ट्रंप के टैरिफ अटैक के बाद भारत ने अमेरिका से होने वाली F-35 फाइटर जेट्स की डील को ठंडे बस्ते पर डाल दिया है। ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। ज्ञात हो कि पीएम मोदी ने इसी साल के फरवरी महीने में अमेरिका का दौरा किया था। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पीएम मोदी के सामने F-35 फाइटर जेट्स की डील पेश की थी।
वहीं, ससंद में एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय ने जवाब में लिखा है, “13 फरवरी 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधान मंत्री की बैठक के बाद भारत-अमेरिका ज्वाइंट स्टेटमेंट में बताया गया है कि अमेरिका भारत के लिए पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों (जैसे F-35) और समुद्र के नीचे की प्रणालियों (अंडर सी सिस्टम्स) को जारी करने पर अपनी नीति की समीक्षा करेगा। इस मुद्दे पर अभी तक कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई है।”
भारत के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी उस समय दी है जब एक दिन पहले ब्लूमबर्ग ने रिपोर्ट छापी थी कि भारत ने अमेरिका को सूचित किया है कि वह F-35 स्टील्थ फाइटर जेट खरीदने का इच्छुक नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को निशाने पर लेकर पहले ही 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. ऐसे में भारत अपने आर्थिक हितों को ध्यान में रखते हुए संभल कर व्यवहारिक कदम उठा रहा है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार फिलहाल ट्रंप की इस चकित कर देने वाली घोषणा पर कोई तात्कालिक जवाबी कार्रवाई नहीं करेगी। इसके बजाय व्हाइट हाउस को शांत करने के लिए वैकल्पिक उपायों पर विचार किया जा रहा है। भारत अमेरिका से अपने प्राकृतिक गैस आयात, संचार उपकरण और सोने की खरीद में बढ़ोतरी करने की संभावनाओं पर विचार कर रहा है ताकि आने वाले तीन से चार वर्षों में भारत-अमेरिका व्यापार असंतुलन को कम किया जा सके।
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस के रिश्तों को लेकर कहा था, “मुझे फर्क नहीं पड़ता कि भारत रूस के साथ क्या करता है। वे अपनी मरी हुई अर्थव्यवस्थाओं को साथ ले जाएं, मुझे कोई परवाह नहीं।” उन्होंने यह भी कहा था कि भारत हमेशा से अपनी सैन्य खरीद का बड़ा हिस्सा रूस से डील करता रहा है। रूस का सबसे बड़ा ऊर्जा ग्राहक भी है।

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