हमास के हमले में अपहृत एक बंधक को छुड़ाया गया: इजराइली सेना
हमास के हमले में अपहृत एक बंधक को छुड़ाया गया: इजराइली सेना
यरूशलम, 27 अगस्त (एपी) इजराइल की सेना ने मंगलवार को कहा कि उसने उस व्यक्ति को छुड़ा लिया है, जो सात अक्टूबर को हमास के हमले में अपहृत किए गए लोगों में शामिल था।
इजराइल की सेना ने कहा कि 52 वर्षीय कायद फरहान अलकादी को ‘‘दक्षिणी गाजा पट्टी में एक अभियान के तहत’’ छुड़ा लिया गया।
इसने कहा कि यह व्यक्ति इजराइल के अरब बेडौइन अल्पसंख्यक समुदाय से है और किबुत्ज मैगन में एक पैकिंग कारखाने में सुरक्षाकर्मी के रूप में काम कर रहा था। इन लोगों पर सात अक्टूबर को हमला किया गया था। अलकादी की दो पत्नी हैं और वह 11 बच्चों के पिता हैं।
इजराइल के ‘चैनल 12’ की खबर के अनुसार अलकादी के परिवार के सदस्य उस अस्पताल में पहुंचे, जहां उसे लाया गया है।
हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने सात अक्टूबर के हमले में लगभग 250 लोगों का अपहरण कर लिया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और इनमें ज्यादातर नागरिक शामिल थे।
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि बचाव अभियान सेना की “गाजा पट्टी के अंदर की ओर की गई गतिविधियों” का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इजराइल बंधकों की रिहाई के लिए प्रतिबद्ध है।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजराइल के जवाबी हमले में अभी तक 40 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इसमें कितने लड़ाके थे।
इजराइल का मानना है कि गाजा में अब भी लगभग 108 लोग बंधक हैं। शेष लोगों को इजराइल द्वारा बंधक बनाये गये फलस्तीनी लोगों की पिछले साल नवंबर में संघर्ष विराम के दौरान रिहायी के बदले रिहा किया गया था।
इजराइल ने कुल आठ बंधकों को छुड़ाया है। हमास का कहना है कि इजराइली हवाई हमलों में कई बंधक मारे गए हैं।
अमेरिका, मिस्र और कतर ने कई महीनों तक एक समझौते के संबंध में बातचीत करने का प्रयास किया, जिसके तहत स्थायी युद्ध विराम के बदले शेष बंधकों को रिहा किया जाना है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बंधकों के परिवारों और इजराइल की जनता की ओर से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि वे बंधकों को वापस लाने के लिए हमास के साथ अभी तक कोई समझौता नहीं कर पाए हैं।
हमास को उम्मीद है कि बंधकों के बदले में स्थायी युद्ध विराम, गाजा से इजराइली सैनिकों की वापसी और बड़ी संख्या में फलस्तीनी कैदियों की रिहाई संभव हो सकेगी।
एपी
देवेंद्र अमित
अमित

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