मोदीमय हुआ USA, पीएम से मुलाकात करने वालें हस्तियों की लगी कतार, जानें कैसी रही मीटिंग और किसने क्या कहा..

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  • Publish Date - June 21, 2023 / 02:59 PM IST,
    Updated On - June 21, 2023 / 02:59 PM IST

न्यूयार्क: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका पहुंच गए हैं। पीएम मोदी भारत समयानुसार करीब साढ़े 8 बजे न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर उतरे, जहां उनका रेड कार्पेट वेलकम किया गया। (Prime Minister Narendra Modi’s visit to USA) एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने अमेरिका के चीफ प्रोटोकॉल ऑफिसर रूफस गिफर्ड, यूएन में भारत की राजदूत रुचिरा कंबोज और अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू पहुंचे थे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी एयरपोर्ट के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों से मिले। इस दौरान लोगों ने जमकर मोदी-मोदी के नारे लगाए। पीएम मोदी का अमेरिका का यह पहला राजकीय दौरा है। इंटरनेशनल योगा डे के मौके पर पीएम मोदी कल संयुक्त राष्ट्र में 180 देशों के लोगों के साथ योगा करेंगे।

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‘मैं मोदी का बड़ा फैन’ : एलन मस्क

अमेरिका में जिन लोगों से प्रधानमंत्री मोदी ने मुलाक़ात की उन्होंने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क प्रमुख रहे। इस दौरान दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की भारत में एंट्री को लेकर भी बातचीत की गई। मस्क ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की और खुद को उनका बड़ा फैन बताया। टेस्ला सीईओ के साथ अपनी मुलाकात पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर लिखा, ‘आज आपसे मुलाकात शानदार रही।’ इस पर एलन मस्क ने पीएम मोदी के बातचीत के बाद कहा कि आपसे फिर से मिलना बेहद सम्मान की बात है।

एलन मस्क ने कहा कि “मैं अगले साल भारत आने की योजना बना रहा हूं। मुझे विश्वास है कि टेस्ला भारत में होगी और हम मानवीय रूप से जल्द से जल्द ऐसा करेंगे। मैं पीएम मोदी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और उम्मीद है कि हम भविष्य में कुछ घोषणा करने में सक्षम होंगे।” यह काफी संभावना है कि भारत में एक महत्वपूर्ण निवेश होगा। यह प्रधान मंत्री के साथ एक उत्कृष्ट बातचीत थी।”

‘मुद्दों को अच्छी तरह समझते हैं पीएम मोदी’ – पॉल रोमर

पीएम मोदी से मुलाकात करने वालों में प्रख्यात अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर पॉल रोमर भी शामिल रहे. न्यूयॉर्क में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद प्रोफेसर पॉल रोमर ने कहा कि यह एक शानदार बैठक थी। (Prime Minister Narendra Modi’s visit to USA) हमने सफल शहरी विकास के महत्व के बारे में बात की। वह इन मुद्दों को अच्छी तरह समझते हैं। पीएम ने इसे बहुत अच्छी तरह से व्यक्त किया है कि शहरीकरण कोई समस्या नहीं है। यह एक अवसर है। मैं इसे एक नारे के रूप में लेता हूं।

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘प्रख्यात अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर पॉल रोमर से मिलकर खुशी हुई। हमने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने पर व्यापक बातचीत की। हमने इस बारे में भी बात की कि हमारे शहरों को अधिक टिकाऊ और लोगों के अनुकूल कैसे बनाया जाए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र से मुलाकात करने वालों में प्रसिद्ध खगोल वैज्ञानिक नील डेग्रास टायसन भी रहे। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि नील डेग्रास के साथ अंतरिक्ष, विज्ञान और संबंधित मुद्दों पर बात की। उनके साथ अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार और विज्ञान के साथ-साथ नवाचार की ओर अधिक युवाओं को आकर्षित करने के लिए भारत जो कदम उठा रहा है, उस पर प्रकाश डाला गया।

‘मोदी वैज्ञानिक सोच वाले व्यक्ति’ – नील डेग्रास

वही इस मीटिंग के बाद नील डेग्रास ने कहा कि नरेंद्र मोदी वैज्ञानिक सोच वाले व्यक्ति हैं। उनसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई। कई विश्व नेताओं के लिए उनकी प्राथमिकताएं संतुलन से बाहर हो सकती हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस बात की परवाह करते हैं कि समस्या का समाधान होना चाहिए। (Prime Minister Narendra Modi’s visit to USA) भारत जो हासिल कर सकता है उसकी कोई सीमा नहीं है। ऐसा कहने वाला मैं अकेला नहीं हूं।

नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध विचारक निकोलस नसीम तालेब से मुलाकात की। नसीम तालेब से मुलाकात के बारे में नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “प्रोफेसर निकोलस नसीम तालेब के पास कई मुद्दों पर दिलचस्प दृष्टिकोण हैं। मुझे उनमें से कुछ विषयों पर उन्हें सुनने का अवसर मिला। उन्हें भारत के विकास में बहुत दिलचस्पी थी। मैंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे हम अपने युवाओं में उद्यमशीलता और जोखिम लेने की भावना का पोषण कर रहे हैं।”

कोरोना महामारी पर हुई चर्चा

इस मीटिंग पर तालेब ने कहा कि मैंने नरेंद्र मोदी के साथ इस बात की चर्चा की कि भारत ने किस प्रकार कोरोना महामारी का सामना किया। मैंने भारत द्वारा बेहद कुशलता से कोरोना से निपटने की सराहना की। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी के साथ मैंने रिस्क टेकिंग और एंटी-फ्रैगिलिटी पर चर्चा की।

‘पैदा होंगे अवसर’ – रे डेलियो

पीएम से हुई मुलाकात पर अमेरिकी निवेशक रे डेलियो ने कहा कि भारत की क्षमता बहुत बड़ी है और अब आपके पास एक सुधारक है जो बदलाव की क्षमता और लोकप्रियता रखता है। भारत और प्रधानमंत्री मोदी एक ऐसे मोड़ पर हैं जिसमें बहुत सारे अवसर पैदा होंगे।

इस मुलाक़ात पर प्रधानमंत्री ने लिखा कि ‘अपने मित्र, प्रतिष्ठित लेखक और निवेशक रे डेलियो से मिला। उनसे भारत में निवेश को गहरा करने का आग्रह किया और हमारी सरकार के सुधार पथ के बारे में भी बात की।’

पीएम से सौजन्य भेंट करने वालों में ग्रैमी पुरस्कार विजेता भारतीय-अमेरिकी गायक फाल्गुनी शाह भी रही। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री को देखकर बहुत अच्छा लगा। उन्हें एल्बम कवर और गाना बहुत पसंद आया। उन्होंने कहा आशा है कि गीत से बहुत सारे लोग लाभान्वित होंगे।

पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी की अध्यक्ष नीली बेंदापुडी ने कहा कि यह एक अविश्वसनीय मुलाकात थी। प्रधानमंत्री के साथ बैठना और उनकी दृष्टि को सुनना कि ये दो महान लोकतंत्र भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका एक साथ कैसे काम कर सकते हैं, वास्तव में यह प्रेरणादायक है।

‘मोदी-बाइडेन महान स्तर पर ले जायेंगे दोनों देशों को’ – अतुल केशप

यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष अतुल केशप ने कहा, “हम अमेरिका और भारत को दोनों देशों की साझा समृद्धि के लिए सबसे मजबूत संभव रक्षा संबंध विकसित करने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी की राजकीय यात्रा है संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के सामरिक, आर्थिक और तकनीकी अभिसरण। मैं वास्तव में इसे लेकर उत्साहित हूं और मुझे लगता है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने हमारे देशों को अगले महान स्तर पर ले जाने में वास्तविक नेतृत्व दिखाया है।”

प्रमुख थिंक टैंक से जुड़े लोगों से मुलाकात

पीएम ने बताया कि हमने नीति निर्माण के विभिन्न पहलुओं और उभरती वैश्विक प्रवृत्तियों के बारे में बात की। भारत में सकारात्मक बदलावों पर जोर दिया और बताया कि कैसे वे हमारे युवाओं द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के समूहों से चर्चा

प्रधानमत्री ने अमेरिका में स्वास्थ्य विशेषज्ञों के एक समूह के साथ एक सूचनात्मक चर्चा की। उन्होंने भारत में स्वास्थ्य देखभाल क्षमताओं को बढ़ाने के तरीकों पर अपने समृद्ध दृष्टिकोण को साझा किया। मैंने उन्हें बताया कि हमने इस क्षेत्र में नवीनतम तकनीक को एकीकृत करने के लिए जो काम किया है और टीबी उन्मूलन जैसे हमारे प्रयास हैं।

शिक्षाविदों के समूह से हुई व्यापक चर्चा

इस मुलाकात को लेकर प्रधानमंत्री ने बतायाब कि उन्होंने कौशल और नवाचार पर ध्यान देने के साथ भारत में शिक्षा क्षेत्र को और मजबूत करने के तरीकों पर अपने विचार साझा किए। मैंने हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की परिवर्तनकारी क्षमता के बारे में बात की।

चीन को लेकर भारत और अमेरिका की चिंता समान

ORF अमेरिका के कार्यकारी निदेशक ध्रुव जयशंकर ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका की पहली राजकीय यात्रा है। इस यात्रा का महत्व यह प्रदर्शित करना होगा कि संबंध कितने व्यापक हैं और भारत-अमेरिका किस प्रकार आज लगभग हर बड़े मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि हम कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में रक्षा सह-उत्पादन और रक्षा व्यापार में कुछ आगे की गति देखेंगे जो भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि चीन को लेकर भारत और अमेरिका की चिंता समान है। चीन की परवाह किए बिना भारत-अमेरिका के बीच बहुत अधिक सहयोग हो रहा है।

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