सिंगापुर छात्र विनिमय कार्यक्रम का लक्ष्य भारत की गहरी समझ रखने वाला नया नेतृत्व तैयार करना
सिंगापुर छात्र विनिमय कार्यक्रम का लक्ष्य भारत की गहरी समझ रखने वाला नया नेतृत्व तैयार करना
(गुरदीप सिंह)
सिंगापुर, तीन दिसंबर (भाषा) सिंगापुर में ‘कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री यंग इंडियन चैप्टर (सीआईआई वाईआई) ने कहा है कि उसका लक्ष्य हर वर्ष 300 युवाओं को छात्र विनियम कार्यक्रम में शामिल करना है ताकि भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था की गहरी समझ रखने वालों का नया नेतृत्व तैयार किया जा सके। सीआईआई वाईआई के चेयरमैन मोहम्मद इरशाद ने मंगलवार को यह टिप्पणी की। इससे एक दिन पहले सिंगापुर में पहला ‘वाईआई – भारत सिंगापुर युवा सम्मेलन’ आयोजित किया गया था।
इरशाद ने कहा, ‘‘भारत और सिंगापुर के बीच सदियों पुराने ऐतिहासिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए हमें भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था की गहरी समझ विकसित करनी होगी।’’
सिंगापुर फिलहाल भारत का सबसे बड़ा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) केंद्र है।
इरशाद (36) ने कहा, ‘‘अब तक सिंगापुर के विश्वविद्यालयों के 40 छात्र ‘इंडिया टैलेंट रीड प्रोग्राम’ समेत विभिन्न विनिमय कार्यक्रमों के तहत भारत जा चुके हैं। ये कार्यक्रम सिंगापुर के व्यापार एवं उद्योग मंत्रालय, सरकारी एजेंसी ‘एंटरप्राइज सिंगापुर’ और राष्ट्रीय युवा परिषद के सहयोग से चलाए गए। इसी तरह भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों के 40 छात्र भी इस वर्ष सिंगापुर आए।’’
दीर्घकालिक योजना के तहत सीआईआई वाईआई हर साल 300 छात्रों के विनिमय की योजना बना रहा है, ताकि वे भारतीय समाज के बारे में समझ विकसित कर सकें।
इस बीच, सिंगापुर के एक मंत्री ने कहा कि भारत-सिंगापुर युवा सम्मेलन दोनों देशों के युवाओं-छात्रों, पेशेवरों और उद्यमियों के बीच संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
सिंगापुर में आयोजित इस एक दिवसीय सम्मेलन में भारत और सिंगापुर से लगभग 100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
भाषा गोला जोहेब
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