नई दिल्ली। बहुत दिनों से भारत की ये मांग थी कि कर चोरी के मामले में स्विस बैंक भारतीय खातों की जानकारी दे। अब भारत को स्विट्जरलैंड के टॉप कोर्ट से बड़ी सफलता मिली है।
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अब स्विट्जरलैंड ने दो भारतीयों के बैंक खातों की जानकारी भारत को सौंपने का आदेश दिया है। हालांकि भारतीयों ने इस आधार पर जानकारी न देने की मांग की थी। दरअसल, इस केस में फ्रैंच नैशनल और विसलब्लोअर हर्व फलसियानी द्वारा लीक की गई जानकारी भी शामिल है। हर्व HSBC के स्विस प्राइवेट बैंक के लिए काम करते थे और 2008 में उन्होंने हजारों क्लाइंट्स की डीटेल उजागर करते हुए संदेह जताया था कि ये लोग कर चोरी कर रहे थे।
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हालांकि गुरुवार को अपने फैसले में फेडरल कोर्ट ने कहा कि भारत ने जो क्लाइंट डेटा मांगा है, उसे दिया जाना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि फ्रेंच केस से अलग भारत ने ऐसा कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है कि उसे डेटा कानूनी तौर पर मिला है या फिर हार्व से सीधे मिलने के बजाए उसे दूसरे देश से मिला है। कोर्ट ने कहा है कि जितने भी देश चोरी के डेटा से कानूनी मदद नहीं मांग रहे हैं उन्हें सहयोग किया जाना चाहिए। ऐसे में दूसरे देशों के लिए भी कानूनी मदद का रास्ता साफ हो गया है।
वेब डेस्क IBC24