तुर्किये और स्वीडन नाटो सदस्यता संबंधी गतिरोध को समाप्त करने में विफल रहे

तुर्किये और स्वीडन नाटो सदस्यता संबंधी गतिरोध को समाप्त करने में विफल रहे

तुर्किये और स्वीडन नाटो सदस्यता संबंधी गतिरोध को समाप्त करने में विफल रहे
Modified Date: July 6, 2023 / 10:16 pm IST
Published Date: July 6, 2023 10:16 pm IST

ब्रसेल्स, छह जुलाई (एपी) नाटो के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने बृहस्पतिवार को कहा कि स्वीडन और तुर्किये ने नॉर्डिक देश के नाटो में शामिल होने पर राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन की आपत्तियों को दूर करने के उद्देश्य से बातचीत में कुछ प्रगति की है, लेकिन उनके स्थितियों में अब भी खामियां बनी हुई हैं और उनके नेता उन पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह मिलेंगे।

नाटो को उम्मीद थी कि लिथुआनिया में 11-12 जुलाई के शिखर सम्मेलन से पहले समस्याओं का समाधान हो जाएगा। स्वीडन का शामिल होना एक प्रतीकात्मक रूप से शक्तिशाली क्षण और इस बात का नवीनतम संकेत होता कि यूक्रेन में रूस का युद्ध देशों को गठबंधन में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा है। वे उम्मीदें हालांकि पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं।

स्टोल्टेनबर्ग ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि वह, एर्दोआन और स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर सोमवार को लिथुआनियाई राजधानी विलनियस में वार्ता करेंगे – और प्रयास करेंगे कि “उस अंतर को पाटा जा सके जो हम अभी देखते हैं”।

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स्टोल्टेनबर्ग ने कहा, “हम सभी सहमत थे कि हमने अच्छी प्रगति की है। हम सभी इस बात पर सहमत हैं कि स्वीडन की पूर्ण सदस्यता सभी सहयोगियों के सुरक्षा हित में है, और हम सभी इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “कुछ अनसुलझे मुद्दे हैं। हम अब उन्हें हल कर रहे हैं। हम सप्ताहांत में इस पर काम करेंगे।”

फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने और नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन करने के बाद, अपनी सुरक्षा के डर से स्वीडन और पड़ोसी फिनलैंड ने सैन्य गुटनिरपेक्षता की अपनी दीर्घकालिक नीति को खत्म कर दिया।

स्वीडन की सदस्यता की राह में सिर्फ तुर्किये और हंगरी की अड़चन है।

एपी प्रशांत पवनेश

पवनेश


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