ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने जुलाई में चुनाव कराये जाने की संभावना खारिज करने से किया इनकार |

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने जुलाई में चुनाव कराये जाने की संभावना खारिज करने से किया इनकार

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने जुलाई में चुनाव कराये जाने की संभावना खारिज करने से किया इनकार

:   Modified Date:  April 28, 2024 / 08:39 PM IST, Published Date : April 28, 2024/8:39 pm IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 28 अप्रैल (भाषा) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपनी कंजरवेटिव पार्टी के एक सांसद के दल-बदल कर विपक्षी लेबर पार्टी में शामिल हो जाने के बीच, जुलाई में आम चुनाव कराये जाने की संभावना को स्पष्ट रूप से खारिज करने से रविवार को इनकार कर दिया।

देश में दो मई को नगर निकाय और महापौर चुनाव होने हैं।

सांसद डैन पोल्टर ने कहा कि अगले चुनाव से पहले वह विपक्षी खेमे में चले जाएंगे, क्योंकि वह राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) पर टोरी (कंजरवेटिव) सरकार के कामकाज का अब और बचाव नहीं कर पाएंगे।

‘स्काई न्यूज’ के साथ एक साक्षात्कार के दौरान सुनक से यह पूछा गया कि आम चुनाव इस साल के उत्तरार्द्ध में कराये जाने की बात उनके द्वारा बार-बार बोले जाने का मतलब क्या जुलाई (में चुनाव कराया जाना) भी हो सकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जहां तक आम चुनाव की बात है, मैं कई बार और एक बार फिर इस बारे में बहुत स्पष्ट हूं कि मैं जो कुछ कह चुका हूं उससे ज्यादा नहीं कहने जा रहा। मैं इस बारे में बहुत स्पष्ट रहा हूं।’’

सरकार से वित्त पोषित एनएचएस पर, सुनक ने कहा कि उपचार कराना चाह रहे मरीजों के प्रतीक्षा करने का समय घट गया है। उन्होंने महंगाई घटाने, रक्षा बजट बढ़ाने और रवांडा विधेयक संसद से पारित कराने, जैसी प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी सफलताओं का भी उल्लेख किया।

विधेयक के पारित हो जाने से इस साल के अंत से अवैध प्रवासियों को पूर्वी अफ्रीकी देश रवांडा भेजा जाना शुरू हो जाएगा।

इस बीच, ब्रिटेन की मीडिया में आई कुछ खबरों के अनुसार, ग्रीष्मकाल में चुनाव कराये जाने के खतरे पर चर्चा का इस्तेमाल प्रधानमंत्री कार्यालय-सह आवास ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ एक तरकीब के तौर पर कर रहा है, ताकि इस हफ्ते के अंत में स्थानीय चुनाव के प्रतिकूल नतीजे आने की स्थिति में सुनक के नेतृत्व के खिलाफ पार्टी में अंदरूनी बगावत को रोका जा सके।

ज्यादातर ‘ओपनियन पोल’ में सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी का आम चुनाव में सूपड़ा साफ होने की संभावना जताई जा रही है, इसलिए अपनी सीट बचाने की उम्मीद कर रहे अधिकांश मौजूदा टोरी सांसद जल्द चुनाव कराने के पक्ष में नहीं हो सकते हैं।

भाषा सुभाष सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)