न्यूयॉर्क, 23 अप्रैल (भाषा) अमेरिकी सांसदों और भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि अपराधियों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए।
अमेरिकी सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष जिम रिश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ मैं कश्मीर में हुए भयानक हमले पर भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और उम्मीद करता हूं कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द ही न्याय के दायरे में लाया जाएगा। आतंकवाद को कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’
उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडाउ ने कहा कि अमेरिका कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की ‘‘कड़ी निंदा करता है और भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। सभी भारतीयों और खासकर उन लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने पर्यटकों और नागरिकों पर हुए इस जघन्य हमले में अपने प्रियजनों को खो दिया है।’’
अमेरिकी सांसद बिल हेगर्टी ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस्लामिक आतंकवादियों के हमले की निंदा करता हूं जिन्होंने जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में दर्जनों लोगों की हत्या कर दी।’’
सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि कश्मीर में निर्दोष पर्यटकों पर हुए भयानक हमले से वह दुखी हैं।
उन्होंने कहा,‘‘ मेरी प्रार्थनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। हमें आतंकवाद के सभी स्वरूपों के खिलाफ़ एकजुट होना चाहिए और अपराधियों को न्याय के दायरे में लाना चाहिए।’’
सांसद रो खन्ना ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ‘‘ बंदूकधारियों ने उस खूबसूरत पर्यटन शहर में कम से कम दो दर्जन पर्यटकों को मार डाला। मैं इस समय भारत के लोगों के साथ हूं और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
कांग्रेस सदस्य श्री थानेदार ने इस भयावह आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि ‘‘उपराष्ट्रपति वेंस भारत में है और ऐसे में यह हमला आतंकवाद का मुकाबला करने और न्याय के लिए मजबूत अमेरिकी-भारत सहयोग की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है।’’
कांग्रेस सदस्य रिच मैककॉर्मिक, कांग्रेस सदस्य ग्रेग मर्फी, सांसद मार्क वीसी, बिल हुइजेन्गा, कांग्रेस सदस्य जिमी पैट्रोनिस और सांसद रिक स्कॉट ने आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की।
राष्ट्रपति पद के लिए अपने दावेदारी पेश करने वाले विवेक रामास्वामी ने हमले को ‘भयावह’ करार दिया और मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
‘फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज’ (एफआईआईडीएस) के नीति एवं रणनीति प्रमुख खंडेराव कांड ने इस भीषण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका और भारत दोनों ही आतंकवाद से पीड़ित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत पाकिस्तानी एजेंसियों, ऑपरेटरों, आतंकवादी समूहों और एजेंसियों द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का शिकार है।’’
पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के सलाहकार रहे और ‘एशियाई अमेरिकी और मूल निवासी हवाईयन/प्रशांत द्वीपसमूह’ (एएएनएचपीआई) आयोग की आर्थिक उपसमिति के सह-अध्यक्ष अजय भूटोरिया ने भी कश्मीर में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा,‘‘ मेरी प्रार्थनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। आइए, आतंक के खिलाफ़ एकजुट हों।’’
‘हिंदूपैक्ट’ की शाखा ‘हिंदू एडवांसिंग ह्यूमन राइट्स इनीशिएटिव’ (एचएएचआरआई) के कार्यकारी निदेशक राहुल सूर ने कहा, ‘‘ इस इस्लामी कट्टरवाद के बारे में दुनिया को बार-बार चेतावनी दी गई है। इसे कुचल दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने का समय आ गया है।’’
‘हिंदूपैक्ट’ के संयोजक अजय शाह ने कहा, ‘‘ भारत की पश्चिमी सीमा के पार स्थित आतंकवादी देश का संदेश स्पष्ट है। अमेरिकी हिंदुओं की ओर से हम पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।’’
‘कश्मीरी ओवरसीज एसोसिएशन’ (केओए) ने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि इस्लामी आतंकवादियों ने केवल हिंदुओं को निशाना बनाकर 26 पर्यटकों की हत्या कर दी।
केओए के अध्यक्ष उपहार कोटरू ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह कृत्य कश्मीरी हिंदुओं की निरंतर पीड़ा की भयावह याद दिलाता है, यह नरसंहार और पलायन की याद दिलाता है जिसे हमने सहा है। पर्यटन सच्चाई को मिटा नहीं सकता। प्रत्येक हमला उन घावों को फिर से हरा देता है जो कभी नहीं भरे। हम पीड़ितों के लिए न्याय और अपराधियों के लिए जवाबदेही की मांग करते हैं।’’
भाषा शोभना मनीषा
मनीषा
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