वनिता गुप्ता ने पूरा करियर नस्लीय न्याय को समर्पित किया : बाइडन

वनिता गुप्ता ने पूरा करियर नस्लीय न्याय को समर्पित किया : बाइडन

वनिता गुप्ता ने पूरा करियर नस्लीय न्याय को समर्पित किया : बाइडन
Modified Date: November 29, 2022 / 08:20 pm IST
Published Date: April 21, 2021 12:10 pm IST

वाशिंगटन, 21 अप्रैल (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि उन्होंने ‘बहुत ही दक्ष और सम्मानित’ भारतीय मूल की वकील वनिता गुप्ता को न्याय विभाग के लिए नामित किया है जिन्होंने अपना पूरा करियर नस्लीय समानता और न्याय की लड़ाई में लगाया है।

उल्लेखनीय है कि सीनेट अगर 46 वर्षीय गुप्ता के नामांकन की पुष्टि कर देती है तो वह एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के पद पर कार्य करेंगी जिसे न्याय विभाग का तीसरा सबसे शक्तिशाली पद माना जाता है।

राष्ट्रपति बाइडन ने मंगलवार को जॉर्ज फ्लॉयड मामले में पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चॉविन के खिलाफ आए फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्य और स्थानीय सरकार व कानून प्रवर्तन को सजग होने की जरूरत है और यह संघीय सरकार के लिए भी जरूरी है।

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उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैंने न्याय विभाग में ऐसे नेतृत्व को नामित किया है जो पूरी तरह से कानून प्रवर्तन और समुदाय के भरोसे को बहाल करने को लेकर प्रतिबद्ध है और वह इसकी सेवा करने और रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

बाइडन ने कहा कि उन्हें अटॉर्नी जनरल मेरिक ब्रायन गारलैंड के नेतृत्व एवं प्रतिबद्धता पर पूरा भरोसा है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैंने न्याय विभाग में दो अहम पदों के लिए वनिता गुप्ता और क्रिस्टेन क्लॉर्क को नामित किया है जो बहुत ही दक्ष और सम्मानित वकील हैं और जिन्होंने अपना पूरा करियर नस्लीय समानता और न्याय की लड़ाई में व्यय किया है।’’

बाइडन ने कहा, ‘‘वनिता और क्रिस्टेन अनुभवी हैं और उन में वह कुशलता है जिसकी जरूरत हमारे प्रशासन को असंवैधानिक पुलिस प्रणाली को खत्म करने और फौजदारी न्याय प्रणाली में सुधार करने लाने के लिए है। वे इस नामांकन की पुष्टि के अधिकारी हैं।’’

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सीनेट ने घंटों की बहस के बाद वनिता के नामांकन पर मतदान टाल दिया था।

भाषा धीरज नरेश

नरेश


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