उ.कोरिया से बातचीत फिर शुरू करेंगे, अमेरिका-जापान साझेदारी मजबूत करेंगे: द कोरियाई राष्ट्रपति

उ.कोरिया से बातचीत फिर शुरू करेंगे, अमेरिका-जापान साझेदारी मजबूत करेंगे: द कोरियाई राष्ट्रपति

उ.कोरिया से बातचीत फिर शुरू करेंगे, अमेरिका-जापान साझेदारी मजबूत करेंगे: द कोरियाई राष्ट्रपति
Modified Date: June 4, 2025 / 01:28 pm IST
Published Date: June 4, 2025 1:28 pm IST

सियोल, चार जून (एपी) दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति ली जे-म्यांग ने उत्तर कोरिया के साथ वार्ता को पुनः आरंभ करने तथा अमेरिका और जापान के साथ त्रिपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने का बुधवार को संकल्प लिया। इसके साथ ही उन्होंने अपने पांच वर्षीय कार्यकाल के लिए प्रमुख नीतिगत लक्ष्य भी निर्धारित किए।

ली ने बुधवार को राष्ट्रपति पद का पदभार औपचारिक रूप से संभालने के बाद असमानता और भ्रष्टाचार से लड़ने का संकल्प लिया। वह मंगलवार को हुए चुनाव में राष्ट्रपति चुने गए हैं।

तत्कालीन राष्ट्रपति यून सुक येओल को पिछले साल ‘मार्शल लॉ’ लगाने के बाद इस साल अप्रैल में बर्खास्त कर दिया गया था जिस वजह से मध्यावधि चुनाव हुए।

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‘नेशनल असेंबली’ में अपने पहले भाषण में ली ने कहा कि उनकी सरकार दक्षिण कोरिया-अमेरिका सैन्य गठबंधन के आधार पर उत्तर कोरिया के संभावित आक्रमणों का “मजबूती से प्रतिरोध” करेगी।

उन्होंने कहा कि वह “उत्तर कोरिया के साथ एक संचार माध्यम खोलेंगे और वार्ता एवं सहयोग के माध्यम से कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति स्थापित करेंगे।”

राष्ट्रपति ने कहा कि वह व्यावहारिक कूटनीति अपनाएंगे और दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन के आधार पर त्रिपक्षीय सियोल-वाशिंगटन-तोक्यो सहयोग को बढ़ावा देंगे।

स्थानीय टीवी के अनुसार, ‘ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ’ के अध्यक्ष किम म्युंग-सू के साथ टेलीफोन पर बातचीत में ली ने सेना से उत्तर कोरिया की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने तथा दक्षिण कोरिया-अमेरिका संयुक्त सैन्य गठबंधन के आधार पर ठोस तैयारी बनाए रखने को कहा।

अमेरिका और जापान ने कहा कि वे ली के निर्वाचन पर बधाई देते हैं तथा त्रिपक्षीय सहयोग विकसित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं।

जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने कहा कि वह ली के साथ ‘जितनी जल्दी हो सके’ शिखर वार्ता करना चाहते हैं, तथा उन्होंने कहा कि उन्हें सार्वजनिक और वाणिज्यिक दोनों तरह के द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देने की उम्मीद है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका इस गठबंधन के प्रति ‘दृढ़ प्रतिबद्धता’ रखते हैं, जो उनकी पारस्परिक रक्षा संधि, साझा मूल्यों और गहरे आर्थिक संबंधों पर आधारित है।

एपी

नोमान नरेश

नरेश


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