Breast Implant Surgery: ब्रेस्ट बड़े करवाने वाली युवतियों को मिलेगी सजा, ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी पर लगी पूरी तरह रोक, यहां के राष्ट्रपति ने जारी किया आदेश
Breast Implant Surgery Ban: ब्रेस्ट बड़े करवाने वाली युवतियों को मिलेगी सजा, ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी पर लगी पूरी तरह रोक, यहां के राष्ट्रपति ने जारी किया आदेश
Breast Implant Surgery: ब्रेस्ट बड़े करवाने वाली युवतियों को मिलेगी सजा, ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी पर लगी पूरी तरह रोकर/ Image: X
- ब्रेस्ट इंप्लांट पर प्रतिबंध
- सख्त सजा का प्रावधान
- शारीरिक जांच का डर
पेंग्यॉन्ग: Breast Implant Surgery Ban नॉर्थ कोरिया के प्रेसिडेंट किंग जोंग उन अपने अजीबोगरीब फैसलों को लेकर आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। किंग जोंग ने एक बार फिर ऐसा फैसला लिया है कि पूरी दुनिया में चर्चा होने लगी है। दरअसल किम जोंग ने ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी पर रोक लगा दी है। इतना ही नहीं अगर अवैध तरीके से ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी करवाने वाली महिला को सजा भी दी जाएगी। बता दें कि चुपके से ब्रेस्ट इंप्लांट सर्जरी करवाने वाली दो महिलाओं को सजा भी दी जा चुकी है।
Breast Implant Surgery Ban दरअसल, किम जोंग उन के अपने देश की महिलाओं को लेकर यह सख्त और अजीबोगरीब फरमान जारी किया है। नए नियम के मुताबिक, उत्तर कोरिया में ब्रेस्ट इंप्लांट यानी स्तन वृद्धि सर्जरी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। किम जोंग उन की सरकार इस नियम का सख्ती से पालन कर रही है।
वहीं, जो भी महिला या डॉक्टर इस नियम का विरोध करते हुए पकड़े जा रहे हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है। सरकार खुफिया और गश्ती टीमों के माध्यम से ऐसी महिलाओं की पहचान करा रही है। अगर किसी महिला पर सर्जरी का शक होता है, तो उसे किम जोंग उन की हेल्थ टीम द्वारा शारीरिक जांच से भी गुजरना पड़ सकता है।
गौरतलब है कि किम जोंग उन के नेतृत्व वाले उत्तर कोरिया में स्तन वृद्धि सर्जरी और पलक सर्जरी को “गैर-समाजवादी कार्य” माना जाता है। जो यहां पूरी तरह से अवैध है। अगर कोई ऐसा करता हुआ पाया जा रहा है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है। किम जोंग उन द्वारा नई योजनाओं की घोषणा उस वक्त की गई, जब एक डॉक्टर और 20 साल की दो महिलाओं को अवैध स्तन सर्जरी कराने के आरोप में सार्वजनिक मुकदमे का सामना करना पड़ा।
दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी डेली एनके के मुताबिक, “सितंबर महीने में सारीवोन शहर के एक सांस्कृतिक केंद्र में एक डॉक्टर, जिसने अवैध रूप से स्तन वृद्धि की थी, और दो महिलाओं, जिन्होंने यह प्रक्रिया करवाई थी, के खिलाफ सार्वजनिक सुनवाई हुई। “सुनवाई के दौरान कहा गया कि महिलाएं पूंजीवादी रीति-रिवाजों से प्रभावित” हो गई थीं। जिसके चलते उसने “अपना फिगर बेहतर” करने की इच्छा जताई, इसलिए उन्हें समाजवादी व्यवस्था के लिए खतरा बताया गया। सार्वजनिक सुनवाई के चलते दोनों महिलाओं को बेइज्जती का सामना करना पड़ा।

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