Uttarakhand Weather Forecast Today: सभी जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी.. इस राज्य में 320 लोगों की हो चुकी है मौत, आप भी देख लें अलर्ट
Districts Red Alerts by IMD || Image- IBC24 News File
- उत्तराखंड के सभी जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट
- हिमाचल में 320 से ज्यादा मौतें दर्ज
- सैकड़ों सड़कें, बिजली और जल आपूर्ति बाधित
Uttarakhand Weather Forecast Today: देहरादून: उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने एएनआई से हुई बातचीत में बताया है कि,, “अगले 3 दिनों के लिए उत्तराखंड के सभी जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।” सचिव ने बताया कि भारी बारिश के कारण मैदानी इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
सीएम ले रहे हर पल का जायजा
वही रविवार को सीएम पुष्कर धामी ने अफसरों को निर्देश देते हुए कहा था कि, “हमारे कुछ जिले रेड अलर्ट में हैं और कुछ जिले ऑरेंज अलर्ट में हैं। अगले 24 से 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं, और हम सभी को कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है। हमारा पूरा जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सभी विभाग अलर्ट पर हैं। हम नानक सागर बांध पर भी नजर रख रहे हैं। यह खतरे के निशान से 5 फीट नीचे बह रहा है”
राहत शिविरों के बारे में बात करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा, “जिन लोगों के घर आपदा से प्रभावित हुए हैं, हम उन्हें तत्काल सहायता प्रदान कर रहे हैं और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा रहे हैं। शिविर भी स्थापित किए गए हैं। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि राहत शिविरों में सभी बुनियादी ज़रूरतें पूरी हों, अवरुद्ध सड़कों को खोलने के प्रयास जारी हैं।”
Uttarakhand Weather Forecast Today: इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने अगले कुछ दिनों में अधिकांश जिलों के लिए मौसम विभाग द्वारा जारी की गई लाल और नारंगी चेतावनियों के मद्देनजर जिला स्तर के अधिकारियों को चौबीसों घंटे अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीएम धामी ने कहा कि राज्य को भरी बारिश की वजह से कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और आने वाले कुछ दिन और कठिन होने वाले हैं।
उन्होंने सभी अधिकारियों को आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए। भूस्खलन के खतरे को देखते हुए मार्गों पर विशेष सतर्कता बरती जाए और मैदानी इलाकों में जलभराव की आशंका को देखते हुए सभी एहतियाती कदम उठाए जाएं।
हिमाचल में 320 से ज्यादा की मौतें
इसी तरह हिमाचल प्रदेश में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से, मरने वालों की संख्या 320 हो गई है। इसमें 166 बारिश से संबंधित घटनाओं जैसे भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटने , डूबने और बिजली के झटके के कारण हुई हैं, और 154 सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं।
Uttarakhand Weather Forecast Today: एसडीएमए ने बताया कि लगातार भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही मची है , जिससे राज्य भर में 788 सड़कें, 2,174 वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) और 365 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं।
पाँच राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-03, NH-05, NH-707, NH-907, और NH-305 – कई स्थानों पर अवरुद्ध हैं। कुल्लू (175 सड़कें अवरुद्ध), मंडी (265) और सिरमौर (136) जैसे जिले सड़क बंद होने के मामले में सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। कुल्लू में ट्रांसफार्मर में व्यवधान की सबसे ज़्यादा घटनाएँ (457) हुईं, उसके बाद सोलन (899) और मंडी (352) का स्थान रहा।
मंडी (53), कुल्लू (39) और किन्नौर (कोई प्रभाव नहीं) में जलापूर्ति योजनाओं में गंभीर व्यवधान आया है, जिसका मुख्य कारण भारी बारिश और संबंधित ढलानों में आई खराबी है। एसडीएमए ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में लगातार बारिश से स्थिति और बिगड़ सकती है, विशेष रूप से संवेदनशील पहाड़ी जिलों में, तथा जनता से पहाड़ी इलाकों में अकारण यात्रा से बचने की अपील की है।

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