लोकसभा चुनाव में बिहार के सीमांचल क्षेत्र से अधिक उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही एआईएमआईएम: औवैसी

लोकसभा चुनाव में बिहार के सीमांचल क्षेत्र से अधिक उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही एआईएमआईएम: औवैसी

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  • Publish Date - February 17, 2024 / 02:59 PM IST,
    Updated On - February 17, 2024 / 02:59 PM IST

किशनगंज, 17 फरवरी (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) आगामी आम चुनावों में बिहार के सीमांचल क्षेत्र से अधिक उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है। पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में झारखंड में दो या तीन सीट पर उम्मीदवार उतारने की भी योजना बना रही है।

ओवैसी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”हम आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार के सीमांचल क्षेत्र से अधिक संसदीय सीट पर उम्मीदवार उतारने की योजना बना रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में हमने इस क्षेत्र में केवल एक सीट पर चुनाव लड़ा था और वह किशनगंज सीट थी।”

उन्होंने कहा, ”इस बार किशनगंज के अलावा हम तीन और सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बना रहे हैं। अंतिम निर्णय बहुत जल्द लिया जाएगा।”

ओवैसी ने कहा, ”इसके अलावा मैंने झारखंड के पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की है। हम 2024 के लोकसभा चुनाव में आदिवासी राज्य की दो से तीन सीट पर अपने उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रहे हैं।”

एआईएमआईएम प्रमुख बिहार के सीमांचल क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जिसे मुसलमान बहुल क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है। सीमांचल क्षेत्र में बिहार के चार उत्तरपूर्वी जिले पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार आते हैं।

किशनगंज में प्रस्तावित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के परिसर के बारे में ओवैसी ने कहा, ‘‘किशनगंज में एएमयू परिसर अब काम नहीं कर रहा है… इसके लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार जिम्मेदार है। अगर केंद्र और राज्य सरकार, दोनों मामले को गंभीरता से लें तो किशनगंज में एएमयू परिसर के निर्माण की राह में आने वाली प्रशासनिक और तकनीकी बाधाओं को आसानी से हल किया जा सकता है।’’

भाषा जितेंद्र संतोष

संतोष