हुमायूं कबीर को टीएमसी से निलंबित करने की बिहार एआईएमआईएम ने आलोचना की
हुमायूं कबीर को टीएमसी से निलंबित करने की बिहार एआईएमआईएम ने आलोचना की
पटना, चार दिसंबर (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख़्तरुल इमान ने बाबरी मस्जिद की तर्ज पर मस्जिद बनाने की घोषणा करने वाले हुमायूं कबीर को पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा निलंबित किए जाने की बृहस्पतिवार को आलोचना की।
कबीर पड़ोसी पश्चिम बंगाल में टीएमसी से विधायक हैं और पार्टी ने उन्हें यह कहते हुए निलंबित कर दिया कि वह सांप्रदायिक राजनीति में शामिल हैं जिसका मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाला दल विरोध करता है।
इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक इमान ने कहा कि धार्मिक स्थलों के निर्माण या उनके नामकरण का विरोध “असंवैधानिक” है।
बिहार विधानसभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति अपने धार्मिक उपासना स्थलों का निर्माण और नामकरण करने के लिए स्वतंत्र है। इसमें अनुमति की आवश्यकता कहां से उत्पन्न होती है?”
उन्होंने सवाल किया कि क्या सिर्फ इसलिए कि राम मंदिर का निर्माण हो गया है, अब कहीं और राम के नाम पर मंदिर या बाबर के नाम पर कोई मस्जिद नहीं बनाई जा सकती?
इससे पहले टीएमसी ने भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर को “घोर अनुशासनहीनता” और “साम्प्रदायिक राजनीति” में लिप्त रहने के आरोप में बृहस्पतिवार को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया।
उनके निलंबन की घोषणा करते हुए पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हाकिम ने कहा, “कबीर साम्प्रदायिक राजनीति में शामिल थे और टीएमसी इसके पूरी तरह विरुद्ध है। टीएमसी साम्प्रदायिक राजनीति में विश्वास नहीं रखती। इस क्षण से उनका पार्टी से कोई संबंध नहीं रहेगा। उन्हें शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर निलंबित किया गया है।”
कबीर ने कहा था कि वह “बेलडांगा में बाबरी मस्जिद की नींव रखेंगे” और “ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)–34 मुसलमानों के नियंत्रण में रहेगा।”
भाषा कैलाश नोमान
नोमान

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