बिहार के स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर हैं ‘चीटर मीटर’ : तेजस्वी यादव

बिहार के स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर हैं ‘चीटर मीटर’ : तेजस्वी यादव

बिहार के स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर हैं ‘चीटर मीटर’ : तेजस्वी यादव
Modified Date: September 17, 2025 / 10:59 pm IST
Published Date: September 17, 2025 10:59 pm IST

पटना/मोकामा/बख्तियारपुर, 17 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने पूरे राज्य में लगाये जा रहे स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर को बुधवार को ‘‘चीटर मीटर’’ (धोखाधड़ी करने वाले मीटर) करार देते हुए आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को उपभोक्ताओं की समस्याओं की जरा भी चिंता नहीं है।

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी एक ‘‘धोखेबाज’’ हैं और आरोप लगाया कि वह ‘इंडिया’ गठबंधन की विकास योजनाओं की नकल करते हैं।

यादव ने ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के तहत बख्तियारपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ये स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर ‘चीटर मीटर’ (धोखाधड़ी करने वाले मीटर) हैं। लोग भारी-भरकम बिल से परेशान हैं और आर्थिक बोझ झेल रहे हैं। लेकिन सरकार उपभोक्ताओं की दिक्कतों की परवाह नहीं है।’’

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उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘अक्षम’’ बिहार सरकार अपराधियों और भ्रष्ट लोगों को संरक्षण देती है।

तेजस्वी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री भी धोखेबाज़ हैं, जो महागठबंधन की योजनाओं की नकल करते हैं। वे वही योजनाएं घोषित करते हैं जिन्हें हमने पहले प्रस्तावित किया था। यह थकी हुई और नकलची सरकार अब बेनकाब हो चुकी है और आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इसे बाहर का रास्ता दिखाएगी। हमारे पास एक दृष्टि है और हम सरकार बनाएंगे।’’

मोकामा में एक रोडशो के दौरान घोड़े पर सवार होकर जनता का अभिवादन करते हुए यादव ने कहा कि जब राज्य में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनेगी तो लोगों को रोजगार, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी और पलायन पर रोक लगेगी।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए यादव ने आरोप लगाया कि पार्टी ने बिहार की जनता को मताधिकार से वंचित करने के लिए निर्वाचन आयोग के साथ मिलीभगत की है।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा और उसके सहयोगी ‘वोट चोर’ हैं… ये लोग वोट चोरी में लगे रहते हैं।’’

राजद सूत्रों के अनुसार, ‘बिहार अधिकार यात्रा’ का पहला चरण 20 सितंबर को समाप्त होगा और दुर्गा पूजा के बाद इसके दोबारा शुरू होने की संभावना है।

भाषा कैलाश अमित

अमित


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